AAP सांसद राधव चढढा ब्रिटेन की जेल में बंद आतंकवादी टाईगर हनीफ से भेंट की थी।
इस मुलाकात की खबर को लेकर भारतीय एजेंसियां जांच कर रहीं हैं। मुलाकात का मकसद क्या था, पता लगाया जा रहा है । अगर मक़सद भारत विरोधी निकाला तो जल्द ही एक्शन हो सकता है।
59 साल के हनीफ को ब्रिटेन में ही 2010 में गिरफ्तार किया गया था।
भारतीय खुफिया एजेंसियों की जानकारी पर वहां की पुलिस ने यह कार्रवाई की थी। भारतीय अधिकारियों ने उसका प्रत्यर्पण वारंट भी हासिल किया था।
टाइगर हनीफ ने इसे कोर्ट में चुनौती दी थी। अप्रैल 2013 में ब्रिटेन की हाईकोर्ट ने उसकी अपील खारिज कर दी थी।
इसके बाद उसके मामले को ब्रिटेन के गृह सचिव के पास भेज दिया गया था। हालांकि, कई साल तक यह मामला चलने के बाद ब्रिटेन के गृह सचिव (2018-19) साजिद जावेद ने उसे भारत प्रत्यर्पित करने से इनकार कर दिया।
टाइगर हनीफ को हनीफ मोम्मद उमेरजी पटेल के नाम से भी जाना जाता है।
वह गुजरात में 1993 में हुए बम धमाके के आरोपी इकबाल मिर्ची से भी जुड़ा है। उसने सूरत के एक व्यस्त बाजार में हुए बम धमाके की योजना बनाई थी। इसमें एक आठ साल की बच्ची की मौत हुई थी। 1992 में बाबरी मस्जिद ढहाने का बदला लेने के लिए सूरत रेलवे स्टेशन पर हुए बम धमाकों में भी आरोपी है। इसमें दस से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
PAK मूल के पूर्व ब्रिटिश गृह मंत्री साजिद जावेद ने नहीं होने दिया था टाइगर हनीफ का प्रत्यर्पण।
सूत्रों के अनुसार अमेरिका की CIA + पाकिस्तान की ISI मिलकर AAP पार्टी के माध्यम से लोकसभा चुनावों में मोदी को हराने के लिए देश में बडे लेवल पर दंगे फसाद, धरने प्रदर्शन करा सकती है।
खबर है राधव चढ्ढा की भूमिका की जॉच की जा रही है। शीघ्र ही इस पर एजेंसियां खुलासा कर सकती हैं।
राधव चढ्ढा इन दिनों AAP पार्टी के बनाए वर्ल्ड क्लास होस्पिटलों को छोड़कर आंख का इलाज कराने लंदन गए हैं। वहां वे खालिस्तानी समर्थक सांसद प्रीत कौर गिल से मिले थे।
क्या ये महज एक संयोग है या बड़े प्रयोग की तैयारी है ?