काशी ज्ञानवापी मंदिर को लेकर कोर्ट के आदेशानुसार रिपोर्ट सामने आ गई है । ASI ने दोनों पक्षों को ASI की रिपोर्ट सौंप दी है । रिपोर्ट पढ़ते हुए हिन्दु पक्ष के वकील विष्णुशंकर जैन ने बताया की – 839 पन्ने की है इस ASI सर्वे स्टडी रिपोर्ट में मस्जिद का गुंबद महज 350 साल पुराना बताया गया है । मंदिर की पश्चिमी दीवार नागर शैली में बनी हुई है । ASI रिपोर्ट के मुताबिक़ इस मंदिर की सभी दीवारें 5 हजार साल पहले बनी हुई हैं । रिपोर्ट में बताया गया है कि दीवार के नीचे 1 हजार साल पुराने अवशेष भी मिले है । साथ ही परिसर में हनुमानजी और गणेशजी की खंडित मूर्तियां भी मिली है ।
ज्ञानवापी मंदिर की दीवार पर हर तरफ़ त्रिशुल की आकृति मौजूद है । पश्चिमी दीवार हिन्दू मंदिर का हिस्सा है । पिलर और प्लास्टर हिन्दू मंदिर के है । स्वास्तिक के निशान,पशु-पक्षियों के चित्र भी दीवारों पर मौजूद हैं । रिपोर्ट बताता है कि “मस्जिद से पहले यहाँ बड़ा हिन्दू मंदिर था ।” मस्जिद के लिए बस मंदिर के पिलर का इस्तेमाल हुआ है ।साथ ही मस्जिद भाग में औरंगजेब काल का शिलापट भी मिला है ।
इस परिसर में 34 ऐसी चीजें मिलीं हैं जो आमतौर पर पौराणिक हिन्दू मंदिर में पाये जाते है । इस रिपोर्ट के मुताबिक़ मेन चेंबर के पास ASI को 3 और चेंबर भी मिले हैं । साथ ही परिसर में महामुक्ति मंडप के भी अवशेष मिले हैं ।
रिपोर्ट में ASI ने माना है कि ये यह एक पुराना ढाँचा है, जिसके ऊपर नया स्ट्रक्चर बनाया गया था । ध्यान देने वाली बात ये है कि अयोध्या मामले में हुए फ़ैसले में ASI की रिपोर्ट का बेहद अहम रोल था ।