केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सोमवार को स्पष्ट किया कि कोविड टीकाकरण केंद्रों के काम करने के लिए कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की गई है। सरकार ने कहा कि टीकाकरण केंद्र मानव संसाधनों और बुनियादी ढांचे की उपलब्धता के आधार पर रोज रात 10 बजे तक काम कर सकते हैं। यह बात केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव मनोहर अगनानी के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे एक पत्र में कही है।
पत्र में कहा गया है, ऐसा माना जा रहा है कि कोविड टीकाकरण केंद्र रोज केवल सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक ही संचालित हो सकते हैं। इस संबंध में यह स्पष्ट किया जाता है कि इन केंद्रों के संचालन के लिए कोई समय सीमा तय नहीं की गई है। किसी भी टीकाकरण केंद्र पर सत्र की अवधि मांग और जरूरत पर आधारित होती है। मांग बढ़ने की स्थिति में सलाह दी जाती है कि टीकाकरण केंद्रों पर कई दलों को नियुक्त किया जा सकता है।
हर स्तर पर कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन सुनिश्चित करें राज्य
इसके साथ ही देश में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए अगनानी ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह दी है कि सभी स्तरों पर कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यह हर हालत में सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि टीकाकरण केंद्रों पर पंक्तियों और प्रतीक्षा कक्ष में कोविड अनुरूप व्यवहार का सख्ती और गंभीरता से पालन किया जाए। सभी राज्यों को इस पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।
बढ़ते मामलों के बीच इनको एहतियाती खुराक देने की हुई शुरुआत
देश में कोरोना के नए और अधिक संक्रामक वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामले भी बढ़ रहे हैं। इसी बीच भारत में सोमवार को स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम मोर्चे के कर्मचारियों, बीमारियों से पीड़ित 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों समेत चुनावी ड्यूटी में तैनात किए गए लोगों को कोरोना टीके की एहतियाती खुराक (बूस्टर डोज) देने की शुरुआत हो गई है। इसके अलावा, 15 से 18 वर्ष के किशोरों के टीकाकरण की शुरुआत भी तीन जनवरी से कर दी गई थी।