उत्तरी नाइजीरिया में नमाज के दौरान एक मस्जिद पर बंदूकधारियों ने हमला कर दिया, जिसमें 18 नमाजियों की मौत हो गई। यह हमला नाइजर के माशेगू स्थानीय सरकारी क्षेत्र के माजकुका गांव में हुआ। हमलावरों के जातीय फुलानी खानाबदोश चरवाहा समुदाय से होने को संदेह है, जो घटना के बाद मौके से फरार हो गए।
इसी तरह की जातीय हिंसा में इस साल अब तक सैकड़ों लोगों की जान गई है। जातीय हिंसा की ये घटनाएं देश में पानी और जमीन के मुद्दे पर दशकों से चल रहे संघर्ष का नतीजा हैं। संघर्ष का शिकार बने फुलानी समुदाय के कुछ लोगों ने स्थानीय होसा कृषक समुदाय के लोगों के खिलाफ हथियार उठा लिए हैं। आइए जानते हैं दुनिया की महत्वपूर्ण खबरें…
दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति रो तेइ-वू का निधन हो गया है। वह 88 वर्ष के थे। सियोल नेशनल यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल ने बताया कि रो का एक बीमारी के इलाज के दौरान मंगलवार को निधन हो गया।
उन्होंने 1979 के सैन्य तख्तापलट के समर्थन में सियोल में एक सैन्य संभाग का नेतृत्व किया था जिससे सेना में उनके मित्र चुन डू-ह्वान राष्ट्रपति बने। तख्तापलट और उसके बाद 1980 में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों पर सेना की कार्रवाई दक्षिण कोरिया के आधुनिक इतिहास के दो काले अध्याय हैं। इसके बाद 1987 में लोकतंत्र समर्थक आंदोलन तेज होने पर रो और चुन को राष्ट्रपति चुनाव के लिए मंजूरी देनी पड़ी।
स्वायत्तशासी शहर में जारी राजनीतिक कार्रवाई के बीच आजादी समर्थक नारे लगाने को जुर्म बताते हुए चीन ने अपने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत एक और शख्स को दोषी ठहराया है। मा चुन-मैन को अलगाववादियों को उकसाने का दोषी ठहराया गया और उन्हें हांगकांग की स्वतंत्रता के लिए नारे लगाते हुए पाया जाने के आरोप में यह कार्रवाई की गई है। चुन-मैन ने पिछले साल अगस्त से नवंबर के बीच 20 मौकों पर हांगकांग की आजादी के समर्थन में आंदोलन किया था। उन्हें हिरासत में लेने के पहले कई बार इस तरह आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है।