प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कानपुर में अपने पहले रोड शो के जरिये पार्टी नेताओं के मतभेदों पर विराम लगा दिया। वह लोकसभा के चौथे चरण की कानपुर की अपनी पहली चुनावी यात्रा से सारे समीकरण भी बैठा गए। इसमें दलितों, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक, सिख समाज, सिंधी समाज, संत समाज, महिलाओं, युवाओं सभी पर उनका फोकस रहा। कानपुर के विकास को लेकर उनकी जो योजनाएं हैं, जिन्हें वह अपनी अगली पारी में पूरा करने करना चाहते हैं, वह भी बता गए। पीएम मोदी ने गुमटी नंबर पांच स्थित गुरुद्वारे में मत्था टेककर कानपुर से पूरे देश के सिखों को भी संदेश दिया।
रोड शो के लिए जब वह कानपुर के लिए रवाना हुए थे, उसी दौरान उन्होंने यहां के नेताओं के बीच खींचतान को भांपते हुए प्रमुख नेताओं को चकेरी एयरपोर्ट पर ही बुला लिया था। जिसमें वर्तमान सांसद सत्यदेव पचौरी को विशेष रूप से बुलाया गया। पचौरी को मोदी का संदेश भाजपा प्रदेश कार्यालय से मिला। जिसमें उनसे कहा गया कि वह तत्काल एयरपोर्ट पहुंचें, पीएम मोदी ने बुलाया है। सिर्फ पचौरी ही नहीं, उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के अलावा वहां सभी विधायकों से कहा कि सभी का एक ही लक्ष्य होना चाहिए, वह है भाजपा की जीत।
पीएम के इस पहले रोड शो को जिस तरह से सवा किलोमीटर के रास्ते में 37 ब्लॉकों में बांटकर, उसमें प्रत्येक समाज के लोगों को जगह दी गई, उससे उन्होंने न सिर्फ सिख समाज बल्कि एक ही साथ अगड़ा, पिछड़ा, सभी को अपना मौन संदेश दिया कि सभी का हित भाजपा में ही है। उनके आने के बाद जिस तरह से लोगों में उत्साह दिखा, माना जा रहा है कि उससे महानगर और अकबरपुर के साथ ही आसपास के कई लोकसभा क्षेत्रों में पार्टी का प्रभाव दिखेगा।