नई दिल्ली, 9 मई 2025, शुक्रवार। भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव चरम पर है। हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले का भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी ढेर किए गए। पाकिस्तान की उकसावे की कार्रवाइयों के बीच युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं। इस संवेदनशील समय में रक्षा मंत्रालय ने मीडिया, न्यूज एजेंसियों और सोशल मीडिया यूजर्स के लिए एक महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की है, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए जिम्मेदारीपूर्ण व्यवहार की अपील की गई है।
रक्षा मंत्रालय का सख्त संदेश
रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि रक्षा अभियानों या सुरक्षा से जुड़ी गतिविधियों की लाइव कवरेज, वीडियो प्रसारण या सूत्रों के आधार पर समयपूर्व रिपोर्टिंग राष्ट्रीय हितों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। ऐसी जानकारी दुश्मनों के हाथों में पड़कर सैन्य अभियानों की प्रभावशीलता को कमजोर कर सकती है और हमारे सैनिकों की जान जोखिम में डाल सकती है। मंत्रालय ने कारगिल युद्ध, 26/11 मुंबई हमले और कंधार अपहरण जैसी घटनाओं का हवाला देते हुए बताया कि अनियंत्रित कवरेज ने अतीत में राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाया है।

मीडिया और सोशल मीडिया की भूमिका
रक्षा मंत्रालय ने जोर देकर कहा कि मीडिया, डिजिटल प्लेटफॉर्म और आम नागरिक राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा में अहम भूमिका निभाते हैं। यह केवल कानूनी दायित्व नहीं, बल्कि एक नैतिक जिम्मेदारी भी है कि कोई भी कार्रवाई सैन्य अभियानों या जवानों की सुरक्षा को खतरे में न डाले। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने पहले ही टीवी चैनलों को केबल टेलीविजन नेटवर्क (संशोधन) नियम, 2021 का पालन करने की सलाह दी है, और अब रक्षा मंत्रालय ने इस अपील को और व्यापक कर दिया है।
क्या है अपील?
रक्षा मंत्रालय ने सभी से अनुरोध किया है कि वे संवेदनशील सैन्य गतिविधियों से जुड़ी जानकारी साझा करने से बचें। लाइव कवरेज, वीडियो फुटेज या अनौपचारिक सूत्रों पर आधारित खबरें प्रकाशित करने से पहले मौजूदा कानूनों और नियमों का सख्ती से पालन करें। यह कदम न केवल हमारे सैनिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, बल्कि देश की एकजुटता और संप्रभुता को भी मजबूत करेगा।
राष्ट्रीय सुरक्षा सबकी जिम्मेदारी
ऐसे समय में जब भारत अपने दुश्मनों को करारा जवाब दे रहा है, रक्षा मंत्रालय की यह एडवाइजरी एक सशक्त संदेश है। यह हमें याद दिलाती है कि राष्ट्रीय सुरक्षा केवल सेना की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक, पत्रकार और सोशल मीडिया यूजर का साझा कर्तव्य है। आइए, जिम्मेदारी से कदम उठाएं और अपने देश की सुरक्षा में योगदान दें।