राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए ने उम्मीदवार का एलान कर दिया है। भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में द्रौपदी मुर्मू के नाम पर सहमति बनी। ओडिशा की रहने वाली द्रौपदी मुर्मू इससे पहले झारखंड की पहली महिला आदिवासी राज्यपाल भी रह चुकी हैं। उनकी उम्र 64 साल है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मुर्मू के नाम का एलान करते हुए कहा कि इस बार पार्टी नेताओं के बीच राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए 20 नामों पर चर्चा हुई। इसमें तय हुआ कि इस बार चुनाव के लिए पूर्वी भारत से कोई, महिला और आदिवासी होना चाहिए।
द्रौपदी मुर्मू अगर यह चुनाव जीतती हैं, तो वे राष्ट्रपति बनने वाली पहली आदिवासी महिला होंगी। उनसे पहले नीलम संजीव रेड्डी देश के सबसे युवा राष्ट्रपति रहे थे। इससे पहले आज ही विपक्ष ने यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है।
राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट किया। उन्होंने कहा, “मुझे भरोसा है कि द्रौपदी मुर्मू हमारे देश की एक महान राष्ट्रपति होंगी। द्रौपदी मुर्मू ने अपना जीवन समाज की सेवा व गरीबों, दलितों तथा हाशिए पर खड़े लोगों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित किया है।”
उधर गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट में लिखा, “द्रौपदी मुर्मू जी ने जनजातीय समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने व जनप्रतिनिधि के रूप में लम्बे समय तक जनसेवा करते हुए सार्वजनिक जीवन में अपनी विशिष्ठ पहचान बनाई है। इस गरिमामई पद की प्रत्याशी बनने पर उनको शुभकामनाएं देता हूँ व मुझे विश्वास है कि वो निश्चित रूप से जीतेंगी।”
राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर द्रौपदी मुर्मू के नाम का एलान होने पर ओडिशा की सत्तासीन पार्टी बीजू जनता दल ने भी खुशी जताई है। पार्टी के अध्यक्ष और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मुर्मू को बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके नाम को लेकर चर्चा की थी और उन्हें इस पर काफी खुशी हुई है। यह ओडिशा के लिए एक गर्व का मौका है।
भाजपा मुख्यालय में हुई बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने भी शिरकत की थी। इस बैठक में राष्ट्रपति चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार के नाम पर मंथन किया गया। पार्टी मुख्यालय में हुई इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित संसदीय बोर्ड के अन्य सदस्य शामिल हुए।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों ने संयुक्त उम्मीदवार के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के नाम की घोषणा की है। वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। अगले राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए 18 जुलाई को मतदान किया जाएगा। साथ ही राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया जारी है। 29 जून नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि है।