अब एक बार फिर से आप म्यूचुअल फंड के जरिये विदेशी शेयरों में निवेश कर सकते हैं। बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) ने इसके लिए म्यूचुअल फंड हाउसों को मंजूरी दे दी है। हालांकि पूरा उद्योग मिलकर केवल 55,000 करोड़ रुपये ही निवेश कर सकेगा। दरअसल, हाल के समय में पूरी दुनिया के बाजारों में भारी गिरावट आई है। इससे सस्ते भाव पर शेयर मिल रहे हैं। इस साल की शुरुआत में ही सेबी ने म्यूचुअल फंड हाउसों को विदेशी बाजारों में निवेश करने पर रोक लगा दी थी, क्योंकि 55,000 करोड़ रुपये की सीमा पार हो चुकी थी। अब बाजार के गिरने से निवेश की कीमत सीमा से कम हो गई है, जिससे फिर से मंजूरी मिली है।
सेबी ने कहा कि विदेशी ईटीएफ में फंड हाउस 7,800 करोड़ यानी एक अरब डॉलर का निवेश कर सकते हैं। इसने एंफी से कहा है कि हर फंड हाउस एक फरवरी, 2022 के दिन के आखिरी में विदेशी निवेश की जो सीमा है, उतना ही निवेश करे। सेबी की इस मंजूरी के बाद म्यूचुअल फंड हाउस अब योजनाओं में निवेश स्वीकार करना शुरू कर देंगे।
घरेलू स्तर पर मेट्रो रेल प्रोजेक्ट से निर्माण क्षेत्र की कंपनियों को अगले पांच साल में 80 हजार करोड़ रुपये का कारोबार मिलेगा। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने यह जानकारी दी है। इसने कहा कि देश के 15 शहरों में मेट्रो का काम चल रहा है। यह करीबन 746 किलोमीटर है। जबकि सात और शहरों में 640 किलोमीटर के काम चालू होंगे। यह उस 1,400 किलोमीटर मेट्रो रेल प्रोजेक्ट से अलग है, जो मंजूर हैं या प्रस्तावित चरण में हैं। इनकी कुल लागत 2 लाख करोड़ रुपये है। इसमें से 352 किलोमीटर नए मेट्रो नेटवर्क को मंजूरी मिली है।
कर्ज से दबा फ्यूचर एंटरप्राइजेज लि. 6.07 करोड़ रुपये के ब्याज भुगतान में चूक गया है। यह ब्याज उसे 20 जून को एनसीडी पर देना था। 120 करोड़ रुपये के एनसीडी कंपनी को ब्याज देना था। इससे पहले दिसंबर में भी वह ब्याज देने में चूक गई थी। कंपनी 10.15 फीसदी की दर से ब्याज देती है।