रोहिणी कोर्ट में किया गया धमाका आईईडी ब्लास्ट था। धमाके के लिए तीन सौ ग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। इसे टिफिन में रखा गया था। पुलिस की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इसे ठीक से सेट नहीं किया गया था, जिससे बड़ा हादसा टल गया। अभी तक की जांच में पुलिस को विस्फोटक रखने वाले के बारे में कोई महत्वपूर्ण सुराग हाथ नहीं लगा है।
पुलिस अधिकारियों तौर पर कुछ भी कहने से बच रही है। पुलिस अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि घटनास्थल से मिले सैंपल को एनएसजी की टीम जांच के लिए ले गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस धमाके के बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ बता पाएगी। सूत्रों का कहना है कि विस्फोटक में तीन सौ ग्राम अमोनियम नाइट्रेट, बैटरी, तार और पहली बार बम में छोटे स्क्रू का इस्तेमाल किया गया है। साथ ही बम में शीशे के टूकडे भी डाले गए हैं। अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि जिस तरह से बम को तैयार किया गया था, उससे काफी ज्यादा नुकसान हो सकता था।