राजधानी में सोमवार दोपहर बाद मौसम के तेजी से बदलने से पूरा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। करीब आधे तक तेज आंधी और बारिश में नई दिल्ली समेत अनेक इलाकों में बड़ी संख्या में पेड़ गिर गए। विजय चौक समेत दूसरी चौराहों के ट्रैफिक बूथ उड़ गए। एलआईसी बिल्डिंग समेत दूसरी बहुमंजिला इमारतों से लगे विंडो एसी उखड़कर जमीन पर गिर पड़े। पेड़ गिरने व विंडो एसी गिरने से बड़ी संख्या में वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। दूसरी तरफ शाम का पीक आवर्स शुरू होने के बाद सड़कों पर आवाजाही बुरी तरह बाधित हुई। नई दिल्ली इलाके की सभी प्रमुख सड़कों पर जाम लगा। ट्रैफिक सामान्य करने में ट्रैफिक पुलिस के बारिश में पसीने छूट गए। वहीं, हवाई सेवाएं भी इससे प्रभावित हुई। आठ फ्लाइट को दूसरे एयरपोर्ट पर डायवर्ट करना पड़ा। जबकि 70 फ्लाइ देरी से चली। कई इलाकों में बिजली आपूर्ति व्यवस्था भी देर रात तक प्रभावित रही। उधर, पेड़ गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन लोग घायल हैं, वहीं एक मकान का छज्जा गिरने से भी एक व्यक्ति की मौत हो गई।
पांच बजते-बजते दिल्ली 100 किमी प्रति घंटे की चाल से चल रही आंधी की चपेट में थी। साथ ही बारिश भी हो रही थी। इससे सड़क पर चलना मुश्किल हो रहा था। इसी दौरान मुख्य सड़कों समेत इनसे जुड़ी सड़कों पर भी एक के बाद एक पेड़ गिरने लगे। देखते ही देखते ज्यादातर सड़कें पेड़ों से अटी पड़ी रहीं। इससे आवाजाही बाधित हुई। सप्ताह के पहले कार्यदिवस की शाम का पीक आवर्स शुरू होने से सड़कों पर वाहनों की लंबी लग गई। पेड़ गिरे होने से उद्यान मार्ग समेत कई सड़कें दोनों तरफ से बंद हो गईं। इस दौरान नई दिल्ली इलाके का एक भी मार्ग ऐसा नहीं बचा जिस पर पांच से 10 पेड़ नहीं गिरे हो। इतना ही नहीं, मंत्रियों एवं सांसदों के बंगलों में भी पेड़ गिर गए। अकेले एनडीएमसी इलाके में 101 स्थानों पर पेड़ गिरने की शिकायत दर्ज कराई गई है। जबकि एमसीडी इलाके में 90 पेड़ गिरे।
नई दिल्ली इलाके में कई जगह वाहनों पर पेड़ गिर गए। इस दौरान वाहन क्षतिग्रस्त हो गए, वहीं सड़कों पर पेड़ गिरने से यातायात अवरूद्ध हो गया। गोल मार्केट के पास उद्यान मार्ग समेत कई मार्ग पूरी तरह बंद हो गए। इसके अलावा कुछ मार्गों पेड़ों के टहने भी टूट गए। आंधी इतनी तेज थी कि कनॉट प्लेस स्थित एलआईसी बिल्डिंग में लगे विंडो एसी भी उसे झेल नहीं सके। यहां कई एसी गिर गए, जबकि कुछ एसी लटक गए, वहीं विजय चौक पर यातायात पुलिस का बूथ भी गिर गया। इस बूथ पर यातायात चलाने के लिए बत्ती भी लगी हुई थी। लिहाजा यहां पर यातायात व्यवस्था चरमरा गई।
मौसम खराब होने का असर विमान सेवाओं पर भी पड़ा। दोपहर बाद धूल भरी आंधी चलने के कारण आइजीआई एयरपोर्ट के आसपास दृश्यता कम हो गई। इससे आठ विमानों को डाइवर्ट करना पड़ा। वहीं, 70 से ज्यादा देरी से चलीं। एयरपोर्ट सूत्रों का कहना है कि विमानों को जयपुर, लखनऊ, चंडीगढ़, अहमदाबाद, देहरादून की ओर डाइवर्ट किया गया। दूसरी तरफ 40 फ्लाइट देरी से उड़ी और 30 फ्लाइट के आगमन में देरी हुई। इससे पहले रविवार को भी दिल्ली की ओर आ रहे छह विमानों को डाइवर्ट कर जयपुर व लखनऊ की ओर रुख करने को कहा गया।
मुख्य सड़कों समेत इससे जुड़ी सड़कों व बहुमंजिला इमारतों के आस-पास खड़े वाहन भी आंधी से अछूते नहीं रहे। पेड़ गिरने से बड़ी संख्या में वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। पेड़ गिरने से कई डीटीसी की बसों को भी नुकसान हुआ। पेड़ की चपेट में आने से कुछ कारें पूरी तरह टूट गई।