दुनिया की सबसे मशहूर पेंटिंग में से एक मोनालिसा पर पेरिस के लौवरे म्यूजियम में एक दर्शक ने केक फेंक दिया। पेरिस के प्रसिद्ध लौवरे संग्रहालय में रविवार को बूढ़ी महिला के वेश में संग्रहालय पहुंचे एक आदमी ने महान चित्रकार लियोनार्दो द विंशी की कालजयी पेंटिंग मोनालिसा को बर्बाद करने की कोशिश की।
मोनालिसा की पेंटिंग पर बूढ़ी महिला के वेश में एक व्यक्ति द्वारा केक फेंकने का वीडियो वायरल हो गया। सोशल मीडिया पर केक की क्रीम से रंगी हुई पेंटिंग के वीडियो और तस्वीरों को देखकर नेटिजन्स चौंक गए। हालांकि बुलेटप्रूफ कांच के पीछे रखी पेंटिंग को कोई नुकसान नहीं हुआ है। हरकत करने वाले आदमी को गिरफ्तार कर लिया गया है। लियोनार्दो द विंशी की इस पेंटिंग की मौजूदा बाजार कीमत 6748 करोड़ रुपये आंकी जाती है। रहस्यमयी मुस्कान वाली मोनालिसा की पेंटिंग को करीब 500 साल पहले बनाया गया था।
दरअसल रविवार को बूढ़ी महिला के वेश में व्हीलचेयर पर म्यूजियम आया 36 वर्षीय एक शख्स मोनालिसा की पेंटिंग के सामने जाकर कुछ देर तक रुका। इसके बाद वह अचानक उठा और साथ लाए केक को उसने पेंटिंग की ओर फेंका, लेकिन वह केक पेंटिंग की सुरक्षा के लिए लगे शीशे पर चिपक गया। केक की क्रीम और कुछ हिस्सा शीशे से जा चिपका जबकि बाकी हिस्सा वहीं जमीन पर गिर गया।
इस अप्रत्याशित घटनाक्रम से म्यूजियम में अफरातफरी मच गई। मानसिक रूप से बीमार लग रहे इस आदमी को कुछ ही क्षणों में पकड़ लिया गया। पुलिस ने उसकी पहचान सार्वजनिक नहीं की है। कुछ देर में शीशे को साफ कर दिया गया और सब कुछ सामान्य दिखने लगा।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एक व्यक्ति जो व्हीलचेयर पर बैठा था, अचानक उठा और पेंटिंग की ओर चल पड़ा। डिस्प्ले ग्लास को तोड़ने के अपने प्रयास में असफल होने के बाद, उसने पेंटिंग पर केक फेंक दिया, पूरे कांच के पैनल पर क्रीम लगा दी।
सुरक्षाकर्मी द्वारा पकड़े जाने से पहले उस व्यक्ति ने फर्श पर गुलाब की पंखुड़ियां भी फैला दीं। वायरल वीडियो में वह व्यक्ति म्यूजियम में दर्शकों पर चिल्लाते हुए नजर आ रहा है। एक स्पेनिश मीडिया ने उसके शब्दों की व्याख्या इस प्रकार की, “कुछ लोग पृथ्वी को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं, पृथ्वी के बारे में सोचें!”
हमले के पीछे का मकसद अभी भी स्पष्ट नहीं हुआ है और यह सवाल उठ रहा है कि एक व्यक्ति लौवरे संग्रहालय के अंदर केक लाने में कामयाब कैसे रहा।
यह पहली बार नहीं है जब मोनालिसा की पेंटिंग को बदमाशों ने निशाना बनाया है। लैडबीबल के अनुसार, 1956 में एक बर्बर शख्स ने पेंटिंग को तेजाब से डुबो दिया था, जिससे उत्कृष्ट कृति का निचला हिस्सा गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया था। इस घटना के चलते मोनालिसा को बुलेटप्रूफ शीशे के पीछे रखा गया है।