N/A
Total Visitor
34.1 C
Delhi
Friday, May 9, 2025

रंगों की बहार: वाराणसी का बाजार होली के लिए तैयार, पुष्पा के फरसे और महादेव के त्रिशूल जैसी पिचकारियां हिट

वाराणसी, 12 मार्च 2025, बुधवार। होली का त्योहार नजदीक आते ही वाराणसी का बाजार रंगों और पिचकारियों से गुलजार हो गया है। लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं और बच्चों को पुष्पा के फरसे और महादेव के त्रिशूल जैसी दिखने वाली पिचकारियां पसंद आ रही हैं। इस बार फायर स्मोक और हैंड स्मोक बारूद वाले पटाखे और बम लोकप्रिय हो रहे हैं। ये पटाखे और बम जब फोड़े जाते हैं तो सूखा रंग और गुलाल लोगों के ऊपर बरसाता है, जो एक अलग ही दृश्य प्रस्तुत करता है।
पिचकारी विक्रेता सदन यादव ने बताया कि होली पर लोगों को धोखे से रंगने वाले आइटमों की मांग होती है। इस बार फायर सिलेंडर के रूप में पिचकारी आई है, जो दिखने में फायर सिलेंडर जैसी है और इसमें सूखा गुलाल और रंग भरा हुआ है। वाराणसी का बाजार होली के त्योहार के लिए पूरी तरह से तैयार है। लोगों के लिए तरह-तरह की पिचकारियां, रंग और गुलाल उपलब्ध हैं।
होली की धूम में मोदी-योगी की पिचकारियां: युवाओं को लुभा रही हैं डबल इंजन की सरकार की पिचकारियां
होली का त्योहार राजनीति के धुरंधर प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी के बिना अधूरा रहता है। इस बार भी युवाओं को मोदी-योगी वाली पिचकारियां आकर्षित कर रही हैं। दुकानदारों का कहना है कि मोदी और योगी की लोकप्रियता को देखते हुए डबल इंजन की सरकार और मोदी-योगी के स्टीकर लगी पिचकारियां जमकर बिक रही हैं।
रंग बाजार की थोक मंडी गोला दीनानाथ के दुकानदार रजत जायसवाल ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी केमिकल युक्त रंगों की मांग है, लेकिन शहरी क्षेत्रों में हर्बल रंगों की अधिक मांग है। इससे पता चलता है कि शहरी लोग त्वचा के प्रति संवेदनशील हो गए हैं। इस बार हाथ से गीला रंग लगाने के बजाए स्प्रे कलर ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं। रंगों की बिक्री में हर्बल रंगों की मांग बढ़ रही है, जो शहरी लोगों की त्वचा के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाती है।

Advertisement

spot_img

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

2,300FansLike
9,694FollowersFollow
19,500SubscribersSubscribe

Advertisement Section

- Advertisement -spot_imgspot_imgspot_img

Latest Articles

Translate »