बांग्लादेश में सरकार कह रही है कि वो हिंदुओं की रक्षा के लिए कदम उठा रही है, लेकिन कट्टरपंथियों को रोकने में बांग्लादेश की सरकार पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है। बांग्लादेश में लगातार हिंदुओं और मंदिरों के ऊपर हमले किए जा रहे हैं और ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, कट्टरपंथी मुस्लिमों की भीड़ ने एक गांव पर हमला कर 60 से ज्यादा हिंदू अल्पसंख्यकों के घरों को जला दिया है।
समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश में सांप्रदायिक हिंसा बढ़ती जा रही है और एक फेसबुक पोस्ट को लेकर रंगपुर के पीरगंज उपजिले में हिंदू समुदायों के ऊपर हमला कर दिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार देर रात हुए हमले में रामनाथपुर यूनियन में माझीपारा के जेलेपोली में कम से कम 20 घर पूरी तरह जला दिए गए हैं। वहीं, लोकल यूनियन के अध्यक्ष ने कहा है कि, हमलावरों ने 65 से ज्यादा घरों को पूरी तरह से जलाकर खाक कर दिया है।
बांग्लादेशी अखबार ढाका ट्रिब्यून के अध्यक्ष मोहम्मद सादकुल इस्लाम ने कहा, “वे हमलावर जमात-ए-इस्लामी और उसके मदरसे इस्लामी छात्र शिबिर की स्थानीय इकाइयों के थे और यही संगठन बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले कर रहा है।”
स्थानीय पुलिस ने कहा है कि, तनाव के दौरान एक फेसबुक पोस्ट पर आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद स्थिति और गंभीर हो गई और भीड़ ने हिंदुओं के गांव को निशाना बनाना शुरू कर दिया।
सहायक पुलिस अधीक्षक मोहम्मद कमरुज्जमां ने ढाका ट्रिब्यून को बताया कि, “तनाव बढ़ने के तुरंत बाद पुलिस मौके पर पहुंची और युवक के घर के चारों तरफ सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई।
जिसके बाद हमलावरों ने आसपास के घरों को निशाना बनाना शुरू कर दिया और 20 घरों को जला दिया। वहीं, पीरगंज, मीठापुकुर और रंगपुर शहर से दमकल की गाड़ियां आग बुझाने के लिए पहुंचीं। वे सोमवार सुबह तीन बजे तक घटनास्थल पर हैं। हताहतों को लेकर अभी तक पुलिस की तरफ से कोई रिपोर्ट जारी नहीं की गई है।
आपको बता दें कि, बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ 13 अक्टूबर से हिंसा जारी है और अभी तक हिंसा की आग में अल्पसंख्यक जल रहे हैं। करीब 22 जिलों में दर्जनों मंदिरों को तोड़ा जा चुका है और अभी तक हिंसा का थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। वहीं, हिंदुओं पर लगातार हमले किए जा रहे हैं, इस्कॉन मंदिर पर हमला किया गया है और मूर्तियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है, जिसके बाद इस्कॉन में बांग्लादेश में कट्टरपथियों के खिलाफ सख्त एक्शन की मांग की है।
खुलासा हुआ है कि, बांग्लादेश में पूरी प्लानिंग के साथ कुछ कट्टरपंथी मौलानाओं ने लोगों को भड़काकर हिंसा की शुरूआत की। इस्कॉन की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि, “वर्ल्डवाइड इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) समुदाय बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसक घटनाओं की हालिया श्रृंखला से हैरान और दुखी है, जिसमें हमारे अपने इस्कॉन मंदिर और सदस्य भी शामिल हैं।