नागपुर के रामटेक लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार उतारने को लेकर कांग्रेस में खींचतान बनी हुई है। इन सबके बीच, रामटेक लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार के नामांकन पर कांग्रेस के नेता सुनील केदार ने कहा कि वह अंत तक लड़ेंगे और अगर वह नहीं लड़ेंगे तो कौन लड़ेगा।
गौरतलब है, सुनील केदार को जिला बैंक घोटाला मामले में पांच साल की सजा सुनाई गई थी। फिलहाल वह जमानत पर बाहर हैं। इस दौरान उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधा।
आपके हर घर में जाऊंगा…
उन्होंने कहा, ‘मैं सत्तारूढ़ पार्टी से बस इतना कहना चाहूंगा कि आप और आपके अधिकारी अगली बार जब सुनील केदार को निशाना बनाएं तो बस उसे फांसी पर लटका दें। उसे छोड़ना मत। क्योंकि अगली बार जब मैं जेल से बाहर आऊंगा तो मैं आपके हर घर में जाऊंगा और आपको छोड़ूगा नहीं। मैं अंत तक लड़ूंगा। अगर मैं नहीं लड़ूंगा तो कौन लड़ेगा?।
रामटेक सीट को लेकर बवाल
कांग्रेस पार्टी ने राज्य में चुनाव लड़ने के लिए शरद पवार की अगुवाई वाली एनसीपी और उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी के साथ गठबंधन किया है। वहीं, हाल ही में कांग्रेस को एक करारा झटका लगा है। महाराष्ट्र के उमरेड निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक राजू पर्वे पार्टी से इस्तीफा देकर मुंबई में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल हो गए। उन्हें शिंदे वाली शिवसेना द्वारा कांग्रेस उम्मीदवार रश्मि बर्वे के खिलाफ रामटेक लोकसभा सीट से मैदान में उतारे जाने की संभावना है।
पहले चरण में होना है यहां मतदान
रामटेक में पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होना है। पर्वे ने 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर नागपुर जिले की उमरेड सीट से जीत हासिल की थी। विशेष रूप से रामटेक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र उन कुछ सीट में से एक है, जिस पर शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और भाजपा ने 2024 के चुनाव के लिए दावा किया है। यह निर्वाचन क्षेत्र नागपुर जिले में आता है।