आर्थोडाक्स क्रिसमस के मौके पर दो दिन के लिए युद्ध विराम को यूक्रेन ने रूस का पाखंड और कोरा प्रचार बताया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की के सलाहकार माइखाइलो पोडोलीक ने इसे खारिज कर दिया। उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि यूक्रेन जंग इस वक्त अहम मोड़ पर पहुंच गई है।
पोडोलीक ने रूस के युद्ध विराम के एलान पर प्रतिक्रिया देते व्यक्त करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि ‘रूस जब कब्जे वाले क्षेत्रों को छोड़ेगा तभी अस्थायी युद्धविराम होगा, तब तक ये पाखंड अपने पास रखे।’ जेलेंस्की के सलाहकार पोडोलीक ने रूस के संघर्ष विराम को लेकर जारी बयान में कहा कि रूस का यह कदम प्रचार से ज्यादा कुछ नहीं है। वह जंग की तीव्रता कम करने और अपने रसद केंद्रों पर यूक्रेन के हमलों को कम करने के लिए इस तरह के उपाय खोज रहा है। बता दें, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को यूक्रेन में मनाए जाने वाले ऑर्थोडॉक्स क्रिसमस के मौके पर अस्थायी युद्धविराम का आदेश दिया है। यह पहला मौका है जब रूस ने यूक्रेन में पिछले साल फरवरी में आक्रमण शुरू करने के बाद से पूर्ण युद्धविराम लागू किया है।यह रूस की चालाकी युद्धविराम को लेकर पोडोलीक ने कहा कि युद्धविराम का एलान रूसी चाल है। उन्होंने कहा कि जंग खत्म करने की रूस की जरा भी इच्छा नहीं है। रूसी नेतृत्व की इस चालाकी भरी पहल का जवाब देने की कोई आवश्यकता नहीं है।आज और कल रहेगा युद्ध विराम, पुतिन ने इसलिए की पहलउल्लेखनीय कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने गुरुवार को यूक्रेन में दो दिनों के लिए युद्धविराम का आदेश दिया। यह आदेश ऑर्थोडॉक्स क्रिसमस को देखते हुए जारी किया गया है। रूस के ऑर्थोडॉक्स चर्च के प्रमुख ने पुतिन ने इसकी अपील की थी। इसके बाद ही पुतिन ने यह एलान किया है। क्रेमलिन की ओर से बताया गया कि पुतिन ने 36 घंटे के सीजफायर का आदेश दिया है। युद्धविराम छह जनवरी की दोपहर 12 बजे शुरू होगा। रूस और यूक्रेन में रहने वाला एक बड़ा वर्ग 6-7 जनवरी को क्रिसमस मनाता है। अमेरिका व जर्मनी देंगे यूक्रेन को अतिरिक्त मददउधर, वॉशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि यूक्रेन जंग फिलहाल नाजुक मोड़ पर है। बाइडन ने यह बात अमेरिका और जर्मनी ने यूक्रेन को अतिरिक्त समर्थन देने की घोषणा के बीच गुरुवार को कही। बाइडन ने पत्रकारों से चर्चा में कहा, ‘यूक्रेन में युद्ध एक नाजुक मोड़ पर है। हमें यूक्रेन को रूसी आक्रामकता का विरोध करने में मदद करने के लिए सब कुछ करना होगा। रूस जंग को धीमी करने का प्रयास नहीं कर रहा है। वह जो कार्रवाई कर रहा है, वह पिछले साल जितनी ही बर्बर व नृशंस है। रूस बिल्कुल भी हार नहीं मान रहा है।’