बसपा के संस्थापक कांशीराम की आज 15वीं पुण्यतिथि है इस मौके पर बसपा प्रमुख मायावती और पूर्व मुख्यमंत्री ने राजधानी लखनऊ में शनिवार को श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया है विधानसभा चुनाव से पहले बसपा यह दिखाना चाहती है कि उसका जनाधार कम नहीं हुआ है और अब भी सबसे ज्यादा भीड़ इकट्ठा करने की क्षमता उसके ही पास है. इसके जरिए पार्टी विपक्षी दलों के साथ ही दलितों को भी यह संदेश देगी कि बसपा सभी वर्गों को साथ लेकर जरूर चल रही है, लेकिन अपने कोर दलितों वोटर पर सबसे ज्यादा भरोसा है
इसमें 4 लाख लोगों के आने का अनुमान है. ज्यादातर कार्यकर्ता एक दिन पहले ही लखनऊ पहुंच जाएंगे. हालांकि मायावती ने इस कार्यक्रम से पहले यह भी साफ कर दिया था कि सभी कार्यकर्ता कोविड गाइडलाइंस का पालन करें और मास्क जरूर लगाकर आएं.