35.1 C
Delhi
Sunday, May 19, 2024

सांबा में मिली संदिग्ध सुरंग- अमरनाथ यात्रा को बाधित करने की कोशिश, बीएसएफ ने बढ़ाई चौकसी

जम्मू के सांबा इलाके में बाड़ के पास सामान्य क्षेत्र में बुधवार को एक संदिग्ध सुरंग मिलने के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आज इलाके में बीएसएफ सघन तलाशी अभियान भी चला रही है।

आपको बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू के सुंजवां इलाके में एक मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के दो आतंकवादी मारे गए थे। जांच में पता चला कि उन्हें एक मिनी ट्रक ने सांबा के सोपोवाल इलाके से उठाया था और वहीं से घुसपैठ की थी।

इसके बाद बीएसएफ ने उस इलाके में बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया था। सांबा सेक्टर में बुधवार को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ जवानों को एक सुरंग मिली। आपको बता दें कि सीमा पर लगाई गई तारबंदी का सुरक्षा घेरा तोड़ने में नाकाम पाकिस्तान सांबा जिले की भौगोलिक स्थितियों को घुसपैठ के लिए इस्तेमाल कर रहा है।

सरकंडे की आड़ और रेतीली व दोमट मिट्टी के नीचे सुरंग खोदकर आतंकी भेजे जा रहे हैं। बुधवार को सांबा बॉर्डर पर चक फकीरा पोस्ट के पास जो सुरंग मिली है, उसकी भौगोलिक स्थिति भी ऐसी ही है। यहां भी रेतीली, दोमट मिट्टी के टीले हैं, जहां पानी का रिसाव होने का खतरा नहीं रहता।

जमीन के नीचे खोदाई कर लंबी सुरंग बनाई गई
बीएसएफ अधिकारीन ने कहा कि बुधवार शाम को जम्मू के सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक सीमा पार सुरंग का पता चला है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में बैठे आंतकी आगामी अमरनाथ यात्रा को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसे बीएसएफ कभी सफल नहीं होने देगी।
जमीन के नीचे खोदाई कर लंबी सुरंग बनाई गई है, जिससे आतंकी घुसपैठ की भी आशंका है। इससे पूर्व 29 अगस्त 2020 में चक फकीरा पोस्ट से तीन किलोमीटर दूर बैनगलाड में भी सुरंग मिली थी। बैनगलाड के बाद 22 नवंबर 2020 को सांबा बॉर्डर पर ही रिगाल के पास बीएसएफ के तलाशी अभियान में सुरंग खोजी गई थी। वहीं, जनवरी 2021 में कठुआ के हीरानगर में सुरंग मिली थी।
सुरंग बनाने में लगाए पेशेवर इंजीनियर
खुफिया एजेंसियों के सूत्रों ने बताया कि सुरंग से घुसपैठ में पाकिस्तानी सेना बेहद पेशेवर इंजीनियरों की सेवाएं ले रही है। सुरंग के लिए ऐसे स्थान चुने जाते हैं, जहां खोदाई आसान हो और पानी के रिसाव का खतरा भी न रहे। अब तक मिलीं ज्यादातर सुरंगें रेतीली और दोमट मिट्टी वाली जमीन पर मिली हैं। इन सुरंगों के ऊपर की जमीन पर टीले जैसी जगह थी।
स्लीपर नेटवर्क भी सक्रिय
कठुआ और सांबा में अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर पाकिस्तान के ओवर ग्राउंड वर्कर का नेटवर्क भी सक्रिय है। ऐसे में माना जा रहा है कि सुरंग खोदने से लेकर घुसपैठ के बाद आतंकियों को ठिकानों तक पहुंचाने में यह नेटवर्क काम कर रहा है। पिछले दिनों ही कठुआ जिले के सरहदी इलाके से कुछ लोग गिरफ्तार किए गए हैं, जिनके तार घुसपैठ के लिए खोदी गई सुरंग से जुड़ रहे हैं। वहीं, सांबा और जम्मू जिले के सरहदी इलाकों से भी कई संदिग्ध पकड़े जा चुके हैं।
anita
anita
Anita Choudhary is a freelance journalist. Writing articles for many organizations both in Hindi and English on different political and social issues

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
3,912FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img

Latest Articles