कारगिल में हजारों की संख्या में लोगों ने फातिमा चौक से हुसैनी पार्क तक रैली निकाल कर अपनी मांगों के समर्थन में हुंकार भरी। मुख्य बाजार में प्रदर्शन किया गया। लद्दाख को राज्य का दर्जा देने और इसे छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग करते हुए नारे लगाए गए।
कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस (केडीए) को लेह अपेक्स बाड़ी (एलएबी) का भी समर्थन मिला। दोनों जिलों का प्रतिनिधित्व करने वाले विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक संगठनों के अलग-अलग समूह संयुक्त रूप से इन मांगों के लिए आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं। दोनों समूह पिछले चार वर्षों से लद्दाख को राज्य का दर्जा देने और इसे संविधान की छठी अनुसूची के तहत शामिल करने की मांग कर रहे हैं।
केडीए नेतृत्व ने हुसैनी पार्क में एक विशाल सभा को संबोधित किया और लोगों से केंद्र के साथ अपनी वार्ता की विफलता के बाद लंबे संघर्ष के लिए तैयार रहने का आग्रह किया। उन्होंने 24 मार्च से कारगिल में भूख हड़ताल शुरू करने की भी घोषणा की।केडीए के सह-अध्यक्ष असगर अली करबलाई ने कहा, “हम बातचीत के माध्यम से अपनी मुख्य मांगों का समाधान चाहते हैं लेकिन केंद्र सरकार ने हमारी दोनों मुख्य मांगों – राज्य का दर्जा और (छठी अनुसूची के तहत शामिल) – को अस्वीकार कर चार मार्च को बातचीत के दरवाजे बंद कर दिए, जिससे लोगों को सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ा।”