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Saturday, April 27, 2024

सविता की हालत पर सचिन पिलगांवकर ने अपनी प्रतिक्रिया दी , कहा आपको सेविंग्स रखनी चाहिए बुरे दिन के लिए तैयार रहना चाहिए

कोरोना के चलते लगाए गए लॉकडाउन ने कई लोगों से उनका काम छीन लिया है। फिल्म और टीवी इंडस्ट्री के मजूदरों से लेकर शोज में काम करने वाले कई एक्टर्स से उनकी रोजी-रोटी छिन गई है। हाल ही में एक्ट्रेस सविता बजाज ने भी ऐसा ही खुलासा किया था।  शगुफ्ता अली, बाबा खान के बाद कई फिल्मों में काम कर चुकीं सीनियर एक्ट्रेस सविता बजाज (Savita Bajaj) भी पाई-पाई को मोहताज हो गई हैं। सविता बजाज कोरोना और फिर बीमारी के बाद आर्थिक तंगी से जूझ रही हैं। हाल ही में मदद की गुहार लगाते हुए सविता बजाज ने बताया कि उनकी सारी जमा पूंजी खत्म हो गई है और अब उनके लिए गुजारा करना मुश्किल हो गया है। अब सविता की हालत पर अभिनेता सचिन पिलगांवकर (Sachin Pilgaonkar) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। 

सचिन कहते हैं, ‘मैंने अखबार में सविता के बारे में पढ़ा। मैं चाहता हूं कि एसोसिएशन के लोग मदद के लिए सामने आएं और आर्टिस्ट और टेक्निशियन्स की मदद करें। अगर आप CINTAA और IMPPA से मदद मांगेंगे तो वो जरूर करेंगे, इसके लिए आपको उसका मेंबर होना जरूरी नहीं है।’

सचिन ने आगे कहते हैं, आपको सेविंग्स रखनी चाहिए। कभी भी कुछ भी हो सकता है, आपको उसके लिए तैयार रहना चाहिए और जब आप एक्टर हैं तो आपको पता है कि कल को आपके साथ कुछ भी हो सकता है क्योंकि हमारे करियर का कोई भरोसा नहीं।’ अभिनेता ने सेविंग फंड्स के महत्व को बताते हुए दिग्गज एक्टर्स जैसे भरत भूषण और ए के हंगल का उदाहरण भी दिया। सचिन ने आगे यंगस्टर्स को भी सुझाव दिया कि पैसे बचाएं और महंगे फोन या बाकी चीजों में पैसे बर्बाद ना करें।

बता दें कि सविता बजाज को बिगड़ी सेहत और बीमारियों के चलते आए दिन अस्पतालों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। तीन महीने पहले सविता बजाज कोरोना की चपेट में भी आ गई थीं। तब उन्होंने 22 दिनों तक अस्पताल में भर्ती कर दिया गया था। सविता बजाज को जब हाल ही सांस लेने में तकलीफ हुई तो दोबारा अस्पताल में भर्ती करवाया गया।

सविता बजाज ने बताया कि उनकी मदद के लिए राइटर्स एसोसिएशन और CINTAA (सिने एंड टेलीविजन आर्टिस्ट एसोसिएशन) की तरफ से जो मदद मिल पा रही हैं, उसी से गुजारा चल रहा है। उन्होंने बताया कि राइटर्स एसोसिएशन से दो हजार और CINTAA की तरफ से पांच हजार रुपये की मदद मिलती है, जिससे वह गुजारा कर रही हैं लेकिन उम्र के साथ बढ़ती बीमारियों ने उनकी चिंता को बढ़ा दिया है।

इसके साथ ही सविता का कहना है कि ‘इतने सालों तक काम करने के बाद भी मुंबई में मेरा अपना कोई घर नहीं है। मैं चाहती हूं कि कोई मेरे जैसे उन सीनियर एक्टरों के लिए ओल्ड एज होम बनाएं जो खुद पर निर्भर हैं। मैं मलाड में एक रूम किचन में रहती हूं और सात हजार किराया देती हूं। मैं पैसे नहीं मांगना चाहती पर अब मेरे लिए मैनेज करना बहुत मुश्किल हो रहा है।’

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Anita Choudhary is a freelance journalist. Writing articles for many organizations both in Hindi and English on different political and social issues

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