ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने सोमवार को कहा कि यह जलवायु परिवर्तन पर तेजी से कार्रवाई करने का समय है, क्योंकि यह ‘सही काम’ है। इसके साथ ही उन्होंने मिस्र में आयोजित सीओपी27 शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन के दौरान जलवायु कोष के लिए अपने देश की ओर से 11.6 अरब पाउंड देने को लेकर प्रतिबद्धता जताई।
10 डाउनिंग स्ट्रीट में कार्यभार संभालने के बाद से विश्व मंच पर अपने पहले प्रमुख संबोधन में भारतीय मूल के नेता और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने हरित ऊर्जा में निवेश को ‘नई नौकरियों और विकास के शानदार स्रोत’ के रूप में इंगित किया। वह पहले ही ‘आशाओं’ को पूरा करने का संकल्प ले चुके हैं, जो कि पिछले नवंबर में स्कॉटलैंड में यूके के सीओपी26 की अध्यक्षता के दौरान लिया गया था।
10 डाउनिंग स्ट्रीट में कार्यभार संभालने के बाद से विश्व मंच पर अपने पहले प्रमुख संबोधन में भारतीय मूल के नेता और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने हरित ऊर्जा में निवेश को ‘नई नौकरियों और विकास के शानदार स्रोत’ के रूप में इंगित किया। वह पहले ही ‘आशाओं’ को पूरा करने का संकल्प ले चुके हैं, जो कि पिछले नवंबर में स्कॉटलैंड में यूके के सीओपी26 की अध्यक्षता के दौरान लिया गया था।
उन्होंने अपने भाषण में कोप26 (सीओपी26) के अध्यक्ष भारतीय मूल के पूर्व मंत्री आलोक शर्मा को पिछले साल के ग्लासगो जलवायु समझौते को लेकर किए गए उनके प्रेरक कार्यों की सराहना भी की। शिखर सम्मेलन में अपने अपेक्षाकृत संक्षिप्त संबोधन में सुनक ने कहा कि यूक्रेन में पुतिन (रूसी राष्ट्रपति) का घिनौना युद्ध और दुनिया भर में ऊर्जा की बढ़ती कीमतें जलवायु परिवर्तन पर धीमी गति से बढ़ने का कारण नहीं हैं, बल्कि वे तेजी से आगे बढ़ने का एक कारण हैं।
उन्होंने कहा कि हमें विकासशील देशों को अनुचित ढंग से अमीर देशों के कार्बन उत्सर्जन के बोझ तले दबाने के बजाय और विकास के उस मार्ग को छोड़ देने की उनसे उम्मीद करते हैं। हम ऐसे देशों को उनका अपना स्वच्छ विकास का मार्ग दिखाने में मदद कर रहे हैं। सुनक ने पिछले साल कोप26 शिखर सम्मेलन में दिए गए दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के एक भाषण का हवाला भी दिया। उक्त भाषण में महारानी ने कहा था कि अगर देश एक साथ आते हैं तो बेहतर जलवायु के लिए ‘उम्मीद’ बाकी है।