सरकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग के जरिये देश के आर्थिक चैनलों में मनी लॉन्ड्रिंग एवं आतंकी फंडिंग पर शिकंजा कसने को पूरी तरह तैयार है। ऐसी गतिविधियों की जांच के लिए वित्तीय सूचना इकाई (एफआईयू) ने एआई और मशीन लर्निंग को अपनाते हुए अपनी सूचना प्रौद्योगिकी प्रणाली का अत्याधुनिक 2.0 संस्करण शुरू कर दिया है।
वित्त वर्ष 2022-23 की ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि फिनटेक 2.0 के जरिये मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी फंडिंग पर शिकंजा कसने में काफी मदद मिलेगी। यह बेहतर विश्लेषणात्मक क्षमताओं, डाटा गुणवत्ता में सुधार, व्यापक अनुपालन निगरानी और अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरणों के लिए उभरती प्रौद्योगिकियों से लैस है। इसकी मदद से तत्काल कार्रवाई के लिए उच्च जोखिम वाले मामलों, संस्थाओं या रिपोर्टों की आसानी से पहचान कर आतंकी फंडिंग जैसी गतिविधियों को रोका जा सकता है।