पंजाब के विधानसभा चुनाव के लिए पिछले कुछ दिन से अकाली दल का प्रचार धीमा पड़ा हुआ था, कारण था पार्टी के सीनियर नेता बिक्रम मजीठिया पर ड्रग्स केस में दर्ज एफआईआर। लेकिन पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट से मजीठिया को अंतरिम जमानत मिलने के बाद अब बादल परिवार फिर पूरे उत्साह के साथ मैदान में दिखेगा।
सूत्रों के अनुसार, मजीठिया को हाईकोर्ट से राहत मिलने से उत्साहित सांसद सुखबीर बादल बठिंडा देहाती और सांसद हरसिमरत कौर बादल बठिंडा शहरी से चुनाव प्रचार की शुरुआत कर सकती हैं। वैसे चुनाव आयोग के आदेशों के अनुसार पंजाब में रैलियों पर 15 जनवरी तक पाबंदी है। 9 जनवरी को चुनाव आचार संहिता लागू हई थी और मजीठिया पर करीब एक माह पहले केस दर्ज हुआ था।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा थी कि जैसे ही मजीठिया पर केस दर्ज हुआ तो शिअद के बडे़ नेताओं ने बादल परिवार को लोगों के बीच जाकर चुनाव प्रचार न करने की सलाह दी थी। इसी कारण बादल परिवार ने पूरी तरह चुनाव प्रचार से दूरी बनाएं रखी थी। अब मजीठिया को जमानत मिलने के बाद बादल परिवार पूरी ताकत के साथ चुनाव मैदान में उतरेगा। सबसे पहले शिअद अध्यक्ष सुखबीर बादल और सांसद हरसिमरत कौर बादल मैदान में उतरेंगे। पूर्व मुख्य मंत्री प्रकाश सिंह बादल भी पूरी तरह से शांत रहे। उन्होंने अपने विस हल्के लंबी के वोटरों से भी पूरी तरह दूरी बनाई रखी।
15 जनवरी के बाद शिअद नेता होंगे एक्टिव
शिअद सूत्रों से पता चला है कि 15 जनवरी के बाद पूर्व मुख्य मंत्री प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर सिंह बादल और हरसिमरत कौर बादल के निशाने पर पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिद्धू और मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी होंगे। बादल परिवार समेत सभी अकाली नेता मजीठिया पर दर्ज हुए केस को राजनीतिक रंजिश से प्रेरित बता रहे हैं।