रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में बताया कि कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड का बुनियादी ढांचा 25 साल से भी ज्यादा पुराना हो चुका है, इसलिए यातायात सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूंजीगत परिसंपत्तियों के बड़े नवीनीकरण की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे के प्रतिस्थापन के लिए बड़े पूंजीगत व्यय की जरूरत है और केआरसीएल के पांच शेयरधारकों – रेल मंत्रालय, महाराष्ट्र सरकार, कर्नाटक सरकार, गोवा सरकार और केरल सरकार – से रेल मंत्रालय ने पूंजीगत व्यय में योगदान देने या मंत्रालय के पक्ष में अपना हिस्सा छोड़ने के लिए संपर्क किया है।
उन्होंने कहा, केआरसीएल का बुनियादी ढांचा 25 साल से अधिक पुराना हो चुका है, जिसके लिए यातायात की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूंजीगत परिसंपत्तियों के बड़े नवीनीकरण/प्रतिस्थापन की आवश्यकता है, जिसमें सुरंगों का दोहरीकरण और पुनर्वास शामिल है। इसके लिए बड़े पूंजीगत व्यय की आवश्यकता है। रेल मंत्री के अनुसार, पूंजीगत व्यय को पूरा करने के लिए, रेल मंत्रालय ने सभी उपरोक्त शेयरधारक राज्य सरकारों से केआरसीएल में अपने हिस्से के अनुसार पूंजीगत व्यय के लिए योगदान देने या रेल मंत्रालय के पक्ष में अपना हिस्सा छोड़ने के लिए संपर्क किया है। उन्होंने कहा, केवल गोवा राज्य सरकार ने अपना हिस्सा छोड़ने की इच्छा व्यक्त की है।
रेल मंत्री ने कहा, ‘यात्रियों की तरफ से टिकट रद्द करने के कारण जमा की गई राशि को अलग से नहीं रखा जाता है।’ मंत्री ने 1 सितंबर से 10 नवंबर, 2024 की अवधि के दौरान यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या का जोनवार डेटा भी दिया, जिसके अनुसार, इस दौरान कुल 143.71 करोड़ लोगों ने ट्रेन से यात्रा की और सभी जोनों में सबसे अधिक यात्रा करने वालों की संख्या मध्य रेलवे जोन से थी, यानी 31.63 करोड़। अश्विनी वैष्णव ने कहा, इसके अलावा, त्योहारी सीजन के दौरान मांग को पूरा करने के लिए, भारतीय रेलवे ने 01.10.2024 से 30.11.2024 के दौरान विशेष ट्रेनों की 7,983 यात्राओं को अधिसूचित किया है।