मंत्रिपरिषद की बैठक में विकसित भारत 2047 के विजन डॉक्यूमेंट और अगले 5 वर्षों की विस्तृत कार्ययोजना पर हुआ विचार-विमर्श ।
मई, 2024 में नई सरकार के गठन के बाद त्वरित कार्यान्वयन के लिए तत्काल कदमों के लिए 100-दिवसीय एजेंडे पर भी काम किया गया
विकसित भारत का रोडमैप 2 साल से अधिक की गहन तैयारी का परिणाम है। इसमें सभी मंत्रालयों और राज्य सरकारों, शिक्षाविदों, उद्योग निकायों, नागरिक समाज, वैज्ञानिक संगठनों के साथ व्यापक परामर्श और युवाओं को उनके विचार, सुझाव और इनपुट प्राप्त करने के लिए संगठित करने के लिए एक संपूर्ण सरकारी दृष्टिकोण शामिल था।
विकसित भारत 2047 के लिए विभिन्न स्तरों पर 2700 से अधिक बैठकें, कार्यशालाएँ और सेमिनार आयोजित किए गए। 20 लाख से अधिक युवाओं के सुझाव प्राप्त हुए। विकसित भारत के रोडमैप में स्पष्ट रूप से व्यक्त राष्ट्रीय दृष्टि, आकांक्षाएं, लक्ष्य और कार्य बिंदुओं के साथ एक व्यापक खाका है।
विकसित भारत 2047 के विजन के तहत इसके लक्ष्यों में आर्थिक विकास, एसडीजी, जीवनयापन में आसानी, व्यापार करने में आसानी, बुनियादी ढांचा, सामाजिक कल्याण आदि जैसे क्षेत्र शामिल हैं।
लोकसभा चुनाव से पहले आखरी मंत्रीपरिषद में पीएम मोदी ने मंत्रियों को करीब 1 घंटे संबोधित कियापीएम ने मंत्रियों को कहा कि बोलनें में परहेज करें, सोच समझकर बोलें।
पीएम ने सलाह दी कि बोलना है तो योजनाओं पर बोले, विवादित बयानों से बचें।
चुनाव से पहले मंत्री परिषद की अंतिम बैठक में मंत्रियों को सलाह देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि डीप फेक से बचे यानि आवाज बदलकर आदि से जो कोशिश की जाती है उससे सतर्क रहें। पीएम ने कहा कि विकसित भारत की झलक चुनावी रण में दिखनी चाहिए । पीएम मोदी ने सलाह दी कि मिलने वालों से सोच समझकर मिले, खासकर चुनाव के समय में। इसको लेकर वाक़या को याद करते हुए शरद पवार-प्रमोद महाजन का उदाहरण भी दिया।
विकसित भारत पर सचिवों ने पांच प्रेजेंटेशन दिये । इस प्रेजेंटेशन पर अश्विनी वैष्णव, हरदीप पुरी, किरेन रिजीजू , अर्जुन मेघवाल , पीयूष गोयल ने प्रजेंटेशन पर अपने सुझाव दिया। अंत में प्रधानमंत्री ने मंत्रियों का मनोबल भी बढाया, कहा कि जाईए और जीत कर आईए, जल्द फिर मिलेंगें।