नामचीन चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर (PK) ने बिहार की नीतीश सरकार पर करारा वार किया है। उन्होंने आरोप लगाया बिहार में आज भी जंगलराज कायम है। पहले राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की सरकार के वक्त बदमाश पिस्तौल के दम पर लूटत थे और अब अफसर कलम के दम पर जनता को लूट रहे हैं।
बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के बेतिया में अपनी जनसुराज पदयात्रा के दौरान पीके ने राज्य में जदयू-राजद की महागठबंधन सरकार को जमकर घेरा।
बिहार में कोई बदलाव नहीं हुआ
पीके ने कहा कि बिहार में कोई बदलाव नहीं हुआ है, बस लूटने का तरीका बदला है। पहले जब लालू यादव मुख्यमंत्री थे तो बदमाश सरेआम बंदूक की नोंक पर लूटपाट करते थे और कारोबारियों को धमकाकर वसूली करते थे। उन्होंने आरोप लगाया कि अब नीतीश कुमार के अधिकारी जनता को लूट रहे हैं। बंदूकों से नहीं, कलम से लूटा जा रहा है। किसी भी सरकारी काम के लिए, योजना का लाभ लेने के लिए पैसा खिलाना पड़ता है। राज्य में भ्रष्टचार चरम पर है।
पीके के नाम से मशहूर चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर सवा महीने से बिहार में पदयात्रा पर हैं। इसी दौरान गत दिनों उन्होंने राज्य की सड़कों की भी तुलना जंगलराज से करते हुए कहा था कि गांवों की सड़कों की हालत लालू यादव के जंगलराज जैसी है।
मुस्लिमों से की थी यह अपील
प्रशांत किशोर ने गत दिवस मुस्लिमों से अपील की थी कि वे राजद और महागठबंधन के पक्ष में वोट नहीं करें। पीके ने मुसलमानों से कहा कि वे भाजपा को हराने के प्रयास में किसी अन्य पार्टी को वोट न दें। इससे उनका कोई फायदा नहीं होने वाला है। जिसे आप वोट करते हैं वो भी भाजपा जैसी ही है। उन्होंने मुसलमानों से सोच समझकर वोट करने की अपील की। पीके ने नीतीश और तेजस्वी की महागठबंधन सरकार को घेरते हुए कहा था कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी, उसमें सबसे ज्यादा वोट मुसलमानों का है। देख लीजिए कि इस सरकार से आपको क्या मिला।