मध्य प्रदेश के अधिकांश शहरों में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक दर्ज हुआ है। इससे कड़ाके की ठंड से प्रदेशवासियों को फिलहाल फौरी राहत मिली है। हालांकि, विशेषज्ञों के मुताबिक मौसम बदलने वाला है। एक-दो दिन में प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने ग्वालियर-चंबल संभाग के साथ ही उज्जैन संभाग के कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान जताया है। रविवार को 8 डिग्री सेल्सियस के साथ खजुराहो प्रदेश में सबसे ठंडा रहा।
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि उत्तर भारत के करीब एक तीव्र आवृत्ति का पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है। इससे दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर चक्रवात बन गया है। इसके अलावा अन्य सिस्टम भी सक्रिय हुए हैं। इससे ग्वालियर-चंबल संभाग के कुछ जिलों में बारिश या बौछारें पड़ सकती हैं। मंगलवार-बुधवार को प्रदेश के अधिकतर जिलों में बौछारें पड़ सकती है। इस दौरान कुछ इलाकों में ओले भी गिर सकते हैं।
भोपाल में कम हुई ठंड
भोपाल समेत प्रदेश के ज्यादातर शहरों में ठंड का असर कम हुआ है। हालांकि, 30 दिसंबर के आसपास इसके बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। मौसम विभाग के अनुसार खजुराहो में 8, नौगांव में 9, रीवा में 9.2 और रायसेन में 9.6 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ। इस दौरान प्रदेश के हिल स्टेशन पचमढ़ी में पारा 7.4 डिग्री सेल्सियस पर रहा। ग्वालियर में 11.8, इंदौर में 13.4 और जबलपुर में 11.5 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है।