नोएडा, नोएडा के सेक्टर-63 में रॉरेज नामक कंपनी द्वारा तैयार फर्जी प्रोटीन सप्लीमेंट का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस की जांच में पता चला कि कंपनी ने केवल FSSAI में पंजीकरण कराया था लेकिन बड़े पैमाने पर सप्लीमेंट बनाने के लिए जरूरी लाइसेंस नहीं लिया था। यह सप्लीमेंट यूट्यूब वीडियो देखकर तैयार किया जा रहा था।
इस घोटाले का खुलासा तब हुआ जब एक युवक इस सप्लीमेंट का सेवन करने के बाद बीमार हो गया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए साहिल यादव, हर्ष अग्रवाल, और मैनेजर अमित चौबे को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों में से एक, साहिल यादव, पहले हरियाणा की एक सप्लीमेंट कंपनी में काम करता था और यूट्यूब वीडियो देखकर प्रोटीन बनाने की प्रक्रिया सीखता था।
पुलिस ने ई-कॉमर्स कंपनियों को पत्र लिखकर रॉरेज प्रोटीन खरीदने वालों की जानकारी मांगी है और इसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से हटा दिया गया है। मामले की जांच जारी है, और फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट से सैंपल की रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।