अमरनाथ यात्रा के लिए स्टिकी बम वास्तविक खतरा है। इससे बचने के लिए यात्रा में शामिल वाहनों को त्रि-स्तरीय सुरक्षा प्रदान की जाएगी। यह कहना है कश्मीर संभाग के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार का। वह कहते हैं कि आतंकियों ने सोशल मीडिया के जरिये धमकी दी है परंतु हम यात्रा को पूरी सुरक्षा प्रदान करेंगे। सुरक्षा बल इसके लिए लगातार काम कर रहे हैं।
आईजी विजय कुमार ने कहा कि स्टिकी बम की चुनौती को ध्यान में रखते हुए श्रद्धालुओं के वाहनों को अलग कर त्रि-स्तरीय सुरक्षा घेरे में ले जाया जाएगा। इसके साथ ही इन वाहनों को भीड़भाड़ वाले इलाकों से गुजारने से बचा जाएगा। काफिले में मौजूद सुरक्षाबलों के वाहनों पर भी कैमरे लगाए जाएंगे। इस बार यात्रा में श्रद्धालुओं की अधिक संख्या होने पर उन्होंने कहा कि जितने ज्यादा लोग होंगे खतरा उतना ही रहता है। सुरक्षा के साथ साथ सीसीटीवी और ड्रोन से भी निगरानी रखी जाएगी। इसके अलावा आरएफआईडी टैग से भी श्रद्धालुओं पर पूरी तरह नजर रखी जाएगी। ऊपरी इलाकों में सेना को तैनात किया जाएगा।
आईजीपी ने बताया कि गांदरबल में सक्रिय आतंकी आदिल पर्रे के कारण अमरनाथ यात्रा को बड़ा खतरा था। यात्रा गांदरबल जिले से होकर जाती है। रविवार को इसके मारे जाने से यात्रा को खतरा काफी कम हो गया। पिछले वर्ष सक्रिय हुए आदिल ने अक्टूबर के महीने से बाहरी मजदूरों पर हमले अंजाम दिए। पिछले माह इसने श्रीनगर में जम्मू कश्मीर पुलिस के दो जवानों को निशाना बनाया था। उन्होंने कहा कि स्थानीय समाज को इस प्रकार के हमलों की निंदा करनी चाहिए।