ऑनलाइन माध्यम से चल रही स्कूली बच्चों की पढ़ाई को लेकर छोटी बच्ची के वायरल वीडियो के बाद सरकार ने नई गाइडलाइन जारी कर दी है। प्री प्राइमरी के बच्चाें की कक्षा दिनभर में 30 मिनट से ज्यादा नहीं होगी। पहली से आठवीं तक की कक्षाएं 30 से 45 मिनट के अधिकतम दो सत्रों में होंगी। इसी तरह से 9वीं से 12वीं तक की कक्षाओं के अधिकतम चार सत्र ही होंगे।
हर सत्र की अवधि 30 से 45 मिनट के बीच होगी। वायरल वीडियो का उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने स्वत: संज्ञान लिया था। शिक्षा विभाग ने मंगलवार को गाइडलाइन जारी की, जिसे एलजी ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर भी किया। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी दिशा- निर्देश में वर्चुअल क्लास में छोटे बच्चों पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है। वर्चुअल क्लास के दौरान आनंदमयी शिक्षा के साथ दैनिक जीवन के अनुभव के बारे में बताने पर जोर रहेगा।
बच्चों को कहानी लिखना और सुनाना, ड्राइंग, नए शब्दों को सीखना, तस्वीरें पहचानने, पढ़ने जैसे रोचक होमवर्क देने को कहा गया है। इसके साथ छोटे बच्चों और अभिभावकों के साथ ऑनलाइन बैठक कर उन्हें तनाव मुक्त जीवन शैली के प्रति जागरूक करने जैसे गतिविधियां आयोजित करने को कहा है।
16 लाख बच्चे रेडियो, साढ़े पांच लाख टीवी से पढ़ रहे
कोरोना काल में स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से ऑनलाइन सहित अन्य वर्चुअल मोड से बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। ऐसे भी बच्चे हैं जिनके पास स्मार्टफोन नहीं हैं। विभाग ने ऐसे बच्चों के लिए रेडियो और टीवी पर क्लासेज शुरू की हैं।
प्रदेश में 24 हजार निजी और सरकारी प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों के 16 लाख बच्चों को रेडियो से कवर किया जा रहा है। 3132 निजी और सरकारी सेकेंडरी स्कूलों के 3.29 लाख पंजीकृत बच्चों को ज्ञान चैनल से पढ़ाया जा रहा है। जबकि 1250 निजी और सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूलों में पंजीकृत 2.11 लाख छात्रों को डीडी काशीर के माध्यम से पढ़ाया जा रहा है