भारत और खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के बीच शनिवार को परामर्श के तंत्र को लेकर एक समझौता हुआ। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के महासचिव नायेफ फलाह मुबारक अल-हजरफ के साथ इस समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। विदेश मंत्री जयशंकर ने एक ट्वीट के माध्यम से इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि (जीसीसी) के महासचिव नायेफ फलाह मुबारक अल-हजरफ के साथ वार्ता काफी सकारात्मक रही।
जयशंकर ने ट्वीट में लिखा कि जीसीसी महासचिव डॉ. नायफ फलाह मुबारक अल-हजरफ के साथ बैठक सार्थक रही। भारत और जीसीसी के बीच परामर्श के तंत्र पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। वर्तमान क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिति और उसके संदर्भ में भारत-जीसीसी सहयोग की प्रासंगिकता पर विचारों का आदान-प्रदान किया गया। विदेश मंत्री 10-12 सितंबर 2022 तक सऊदी अरब की दो दिवसीय यात्रा पर हैं, विदेश मंत्री के रूप में जयशंकर की सऊदी अरब की यह पहली यात्रा है।
जयशंकर ने ट्वीट में यह भी लिखा कि यहां अपने समुदाय के लोगों के साथ बातचीत के साथ सऊदी अरब की यात्रा शुरू की है। उन्होंने राष्ट्रीय चुनौतियों का सामना करने में हमारे डायस्पोरा के योगदान की सराहना की है। उन सभी ने विशेष रूप से भारत में कोविड 19 और राष्ट्रीय परिवर्तन के दौर में देश के जरूरत के अनुरूप ढल जाने के बारे में बात की।
इस साल 7 फीसदी की वृद्धि हासिल करेगा भारत : जयशंकर
इससे पहले सऊदी अरब की दो दिवसीय यात्रा पर पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि वह भारत की सात फीसदी वृद्धि को लेकर आशान्वित हैं। रियाद में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा कि यूक्रेन संकट के कारण दुनिया तेल की बढ़ती कीमतों जैसे नतीजों का सामना कर रही है। इन चुनौतियों के बाद भी विश्वास है कि भारत इस साल दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था होगा।
जयशंकर की विदेश मंत्री के तौर पर सऊदी अरब की पहली विदेश यात्रा है। जयशंकर ने कहा कि भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था को विकसित करने और उच्च आय वाला देश बनने की दिशा में मजबूत प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि दूरदर्शी प्रबंधन की बदौलत ऐसी नीतियों का पालन किया, जिससे बैंकों के लिए उधार देना आसान हो गया है।
विदेश मंत्री ने कहा कि 31 मार्च, 2021 को समाप्त होने वाले वर्ष में हमने अब तक का सबसे अधिक निर्यात किया है। हमारा कुल निर्यात 670 अरब डॉलर के पार था। वहीं भारत ने 400 अरब डॉलर के सामानों का व्यापार किया। जयशंकर ने जोर देकर कहा कि एक व्यापारिक शक्ति के रूप में भारत का विचार आज विश्वसनीय हो गया है। सऊदी के मंत्री जब हमारे साथ बैठक करेंगे तो वह पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश से मिलेंगे, जिन्होंने न केवल कोविड चुनौती का जवाब दिया, बल्कि सफलतापूर्वक उससेबाहर भी निकले।
टीकाकरण पर विदेश मंत्री ने कहा, जहां भी मैं दौरे पर जाता हूं तो देखता हूं कि कई देशों के लोगों को अभी तक टीका नहीं लगाया गया है, क्योंकि उनके पास टीका नहीं था। वहीं जिन देशों में सब कुछ उपलब्ध था। फिर भी वहां के लोगों को टीका नहीं लगा। यही वह अंतर था, जिसे हमने पार किया। हमने अपने स्वयं के टीके तैयार किए और लोगों को टीका लगाने के लिए प्रेरित किया।