केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दोहराया कि जम्मू-कश्मीर में सितंबर से पहले विधानसभा चुनाव कराए जाएंगे। उन्होंने कहा, भारतीय जनता पार्टी का वादा जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र स्थापित करना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में ये वादा किया है, मैंने भी संसद में वादे का समर्थन किया है। इसलिए चिंता मत कीजिए ये वादा पूरा होगा।
एक स्थानीय निजी चैनल के साक्षात्कार में उन्होंने कहा, जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर लोकतंत्र निखरेगा, लेकिन ये तीन परिवारों का लोकतंत्र नहीं होगा। यह जम्मू-कश्मीर के लोगों का लोकतंत्र होगा। उन्होंने कहा, हम कश्मीरी युवाओं से बातचीत करेंगे, लेकिन पाकिस्तान से जुड़े संगठनों से नहीं।
विपक्ष ने 370 पर घाटी में हमेशा भ्रांति फैलाई
गृह मंत्री ने कहा, विपक्षी पार्टियों ने हमेशा ही घाटी में अनुच्छेद 370 को लेकर भ्रांति फैलाई थी। वे कहते थे कि अनुच्छेद 370 के खत्म होने से जम्मू-कश्मीर की संस्कृति और भाषा खत्म हो जाएगी। लेकिन आज पांच साल हो गए, कुछ नहीं हुआ। कश्मीर आजाद है, कश्मीरी भाषा को महत्व मिला है, कश्मीरी व्यंजनों को महत्व मिला है और कश्मीर पर्यटकों, यात्रियों से भर गया है। जो भ्रांति फैलाई गई थी कि अनुच्छेद 370 खत्म होने से हजारों लोग कश्मीर आ जाएंगे, कश्मीरियत खत्म हो जाएगी, ऐसा कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कहा, अनुच्छेद 370 हटने के बाद से जम्मू-कश्मीर में विकास हर घर तक पहुंच पाया है। खुशहाली आई है, पर्यटक बढ़े हैं। कश्मीर पहली बार भारत के साथ एकजुट होकर आगे बढ़ रहा है।
गृह मंत्री अमित की प्रमुख बातें
- 370 हटने के बाद एसटी, ओबीसी और पहाड़ी समुदाय को पहली बार मिला आरक्षण का लाभ
- पीओके हमारा है और वहां के हिंदू व मुसलमान भी हमारे हैं
- देश भर की तरह जम्मू-कश्मीर में भी हो रहा है विश्वस्तरीय विकास
- मोदी सरकार में चिनाब ब्रिज, बनिहाल टनल, हाइड्रो पावर प्लांट जैसे विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट का हो रहा निर्माण