दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने गणतंत्र दिवस के दिन लाल किला पर हुए हिंसा के मामले में बुधवार को आरोपी बूटा सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
इससे पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सोमवार को लाल किला हिंसा मामले में वांछित गुरजोत सिंह को अमृतसर, पंजाब से गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का इनाम रखा हुआ था। उस पर लालकिले के सामने भड़काऊ भाषण देने व लालकिले के पीछे गुंबद पर धार्मिक झंडा फहराने का आरोप था।
बता दें कि कुछ दिन पहले ही किसान आंदोलन के दौरान लाल किले पर हुई हिंसा के मामले में दीप सिद्धू और अन्य के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की थी। इससे पूर्व 17 मई को 3,224 पन्नों का आरोप-पत्र दायर किया था और सिद्धू समेत 16 आरोपियों के खिलाफ मामला चलाने का अनुरोध किया था। हिंसा के मुख्य साजिशकर्ता सिद्धू को 9 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने उस पर लाल किले में हंगामे को भड़काने का भी आरोप लगाया था।
पुलिस ने हिंसा को राष्ट्रविरोधी बताया था
पुलिस ने लालकिला परिसर में तोड़फोड़ किए जाने की घटना को राष्ट्र विरोधी गतिविधि करार दिया था। दिल्ली के लाल किले पर 26 जनवरी को हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने अपनी चार्जशीट में दावा किया है कि लाल किले पर हुई हिंसा सब सोची समझी साजिश का हिस्सा था। इसका मकसद था लाल किले पर कब्जा करके लाल किले को नया प्रोटेस्ट साइट बनाना, ताकि केंद्र में सत्तासीन मोदी सरकार के नए कृषि कानून का विरोध प्रदर्शन किया जा सके। बताया जा रहा है कि दिल्ली में हुई 26 जनवरी की हिंसा को लेकर कुछ और लोगों को आरोपी बना सकती है।