मौसमी परिस्थितियों में बदलाव की वजह से बीते 24 घंटे में एनसीआर समेत दिल्ली की हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई है। शनिवार को दिल्ली की सबसे खराब हवा 336 औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के साथ दर्ज की गई। वायु मानक एजेंसियों का पूर्वानुमान है कि अगले 24 घंटे में मौसमी परिस्थितियों में बदलाव की वजह से हवा की गुणवत्ता में सुधार के आसार हैं। हालांकि, सोमवार से हवा फिर से बिगड़ने का पूर्वानुमान है।
केंद्र की वायु मानक संस्था सफर इंडिया के मुताबिक, बीते 24 घंटे में उत्तर भारत में पराली जलने से दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण में हिस्सेदारी दो फीसदी रही है। पीएम 2.5 से छोटे कणों की पीएम 10 में 55 फीसदी हिस्सेदारी रही।
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के मुताबिक, बीते 24 घंटे में पंजाब में 22 जगहों पर पराली जलने की घटनाएं रिकॉर्ड की गई हैं। वहीं, हरियाणा में 12, उत्तर प्रदेश में 127, मध्यप्रदेश में 198 और राजस्थान में दो जगहों पर पराली जलने की घटनाएं रिकॉर्ड की गई हैं। दिल्ली में एक भी स्थान पर पराली नहीं जली है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, दिल्ली के अलावा ग्रेटर नोएडा की हवा बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की गई है। वहीं, एनसीआर के अन्य शहरों की हवा खराब श्रेणी के उच्चतम स्तर में दर्ज की गई है।
भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक, 24 घंटे में हवा की दिशा उत्तर-पश्चिम और रफ्तार 6 से 15 किलोमीटर प्रतिघंटा रही। वहीं, मिक्सिंग हाइट का स्तर एक हजार मीटर व वेंटिलेशन इंडेक्स पांच हजार वर्ग मीटर प्रति सेकंड रहा। अगले दो दिनों तक हवा की दिशा में बदलाव की संभावना नहीं है।
24 घंटे में हवा की रफ्तार 4 से 12 किलोमीटर प्रतिघंटा व मिक्सिंग हाइट बढ़कर 1150 मीटर व वेंटिलेशन इंडेक्स घटकर 3300 वर्ग मीटर प्रति सेकेंड रहने का पूर्वानुमान है। वहीं, सोमवार को हवा की रफ्तार चार से छह किलोमीटर प्रतिघंटा रहने के साथ मिक्सिंग हाइट का स्तर एक हजार मीटर व वेंटिलेशन इंडेक्स पांच हजार वर्ग मीटर प्रति सेकेंड रहने की संभावना है।