जो लोग कोरोना संक्रमण को लेकर डरे, सहमे और मन में घबराहट पाले हुए हैं उन्हें एक नन्ही बच्ची से प्रेरणा लेनी चाहिए। दुनिया में आते ही नवजात कोरोना की चपेट में आ गई, लेकिन उसने पांच दिन के भीतर ही महामारी को मात देकर लोगों के चेहरे पर मुस्कान ला दी।
नई दिल्ली, जो लोग कोरोना संक्रमण को लेकर डरे, सहमे और मन में घबराहट पाले हुए हैं उन्हें एक नन्ही बच्ची से प्रेरणा लेनी चाहिए। दुनिया में आते ही नवजात कोरोना की चपेट में आ गई, लेकिन उसने पांच दिन के भीतर ही महामारी को मात देकर लोगों के चेहरे पर मुस्कान ला दी। पटना में एक कोरोना संक्रमित मां ने 8 महीने में बच्ची को जन्म दिया। वह नवजात भी कोरोना पॉजिटिव हो गई, लेकिन पांच दिन के भीतर ही बच्ची ने कोरोना को मात देकर खिलखिला उठी। नवजात की रिपोर्ट अब निगेटिव है, और वह नानी की गोद में खेल रही है। हालांकि, मां अब भी पॉजिटिव है, पटना के एम्स अस्पताल में उनका इलाज जारी है।
दरअसल, मुगलसराय के आनंद शर्मा की पत्नी संगीता शर्मा गर्भवती थीं। उनका मायका पटना के बिहटा में है। मायके वालों ने संगीता को अपने यहां बुला लिया, लेकिन उसे सर्दी, जुकाम और बुखार आने लगा। डॉक्टरों की सलाह पर संगीता का इलाज घर पर शुरू हुआ। पर ठीक होने के बजाए उसकी तबीयत और बिगड़ती गई। तत्काल प्रभाव से उसे आरा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन वहां भी उसकी स्थिति ठीक नहीं हुई। उसका ऑक्सीजन लेवल लगातार गिरता जा रहा था। संगीता की जब जांच करवाई गई, तो पॉजिटिव निकली। डॉक्टरों ने वेंटिलेटर पर रखने की सलाह देते हुए उसे पटना रेफर कर दिया। कड़ी मशक्कत के बाद उसे पटना एम्स में दाखिला करवाया गया। महिला की स्थिति बिगड़ते देख उसे 30 अप्रैल को समय से पहले ही प्रसव कराया गया, जिसमें बच्ची भी पॉजिटिव आ गई।
बच्ची की रिपोर्ट देख डॉक्टर समेत पूरा परिवार हैरान हो गया। 1 मई को बच्ची को कोविड केयर सेंटर में रखा गया। बच्ची पांच दिन के अंदर ही कोरोना को हराकर निगेटिव आ गई। उसके बाद डॉक्टरों ने बच्ची के परिजनों को फोन कर बुलाया और उसे सौंप दिया।