24 घंटे चल रहा है मंदिर निर्माण का कार्य। 12–12 घंटे के शिफ्ट में कार्य कर रहे हैं मंदिर निर्माण में लगे कार्यदाई संस्था के मजदूर ।400 फीट लंबा 300 फीट चौड़ा लगभग 50 फीट गहरे क्षेत्र से हटाया गया है मलबा। लगभग 1 लाख 20 हजार घन मीटर मलबा निकला गया है। बुनियाद भरने का किया जा रहा है कार्य। 1 फीट मोटी लेयर बिछाना रोलर से कंपैक्ट करने में 4 से 5 दिन का लग रहा है समय। अभी कुल 4 लेयर का काम हुआ है पूरा। अक्टूबर माह में न्यू भराई का काम हो जाएगा पूरा। मंदिर निर्माण में लगे मजदूर और कर्मचारियों पर रामलला की विशेष कृपा। सभी स्वस्थ कोरोना महामारी का नहीं पड़ा है निर्माण में कोई असर। दो तीन घंटे भारी वर्षा से एक दिन का काम होता है प्रभावित। हमे उम्मीद है अक्टूबर के अंत तक काम हो जाएगा पूरा। 50 फुट गहराई भर ली जाएगी। परकोटा सीधा करने के लिए जितनी जमीन की आवश्यकता थी वह काम हो चुका है। पश्चिम के परकोटे का कोना ठिक होना है बाकी
चंपत राय
सचिव
रामजन्म भूमि ट्रस्ट
24 घंटे चल रहा है मंदिर निर्माण का कार्य। 12–12 घंटे के शिफ्ट में कार्य कर रहे हैं मंदिर निर्माण में लगे कार्यदाई संस्था के मजदूर ।400 फीट लंबा 300 फीट चौड़ा लगभग 50 फीट गहरे क्षेत्र से हटाया गया है मलबा। लगभग 1 लाख 20 हजार घन मीटर मलबा निकला गया है। बुनियाद भरने का किया जा रहा है कार्य। 1 फीट मोटी लेयर बिछाना रोलर से कंपैक्ट करने में 4 से 5 दिन का लग रहा है समय। अभी कुल 4 लेयर का काम हुआ है पूरा। अक्टूबर माह में न्यू भराई का काम हो जाएगा पूरा। मंदिर निर्माण में लगे मजदूर और कर्मचारियों पर रामलला की विशेष कृपा। सभी स्वस्थ कोरोना महामारी का नहीं पड़ा है निर्माण में कोई असर। दो तीन घंटे भारी वर्षा से एक दिन का काम होता है प्रभावित। हमे उम्मीद है अक्टूबर के अंत तक काम हो जाएगा पूरा। 50 फुट गहराई भर ली जाएगी। परकोटा सीधा करने के लिए जितनी जमीन की आवश्यकता थी वह काम हो चुका है। पश्चिम के परकोटे का कोना ठिक होना है बाकी
चंपत राय
सचिव
रामजन्म भूमि ट्रस्ट