भारत और रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के एजेंडे से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। साथ ही संयुक्त राष्ट्र और अन्य बहुस्तरीय मंचों पर आतंकवाद से निपटने पर सहयोग गहरा बनाने पर सहमति व्यक्त की। विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, भारत और रूस के बीच संयुक्त राष्ट्र और बहुस्तरीय मुद्दों पर विचार विमर्श के स्तर पर गुरुवार को बैठक हुई।
बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा ने किया। इसमें रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वहां के विदेश मामलों के उप मंत्री सर्गेई वासिलयेविच वर्शिनिन ने किया। बयान के अनुसार, वर्शिनिन ने दिसंबर 2022 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की भारत की अध्यक्षता के लिए भारत को बधाई दी ।
इसमें कहा गया है कि दोनों पक्षों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के एजेंडे से जुड़े मुद्दों और हाल के घटनाक्रम पर चर्चा की। दोनों पक्षों ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य बहुस्तरीय मंचों पर आतंकवाद से निपटने पर सहयोग गहरा बनाने पर सहमति व्यक्त की।
एस जयशंकर ने सीरिया के विदेश मंत्री से की मुलाकात, मदद का दिया भरोसा
भारत दौरे पर आए सीरियाई विदेश मंत्री डॉ. फैसल मेकदाद ने एस जयशंकर ने गुरुवार को मुलाकात की। एस जयशंकर ने मेकदाद को भारत की ओर से विशेष रूप से दवाओं और कृत्रिम अंगों को लेकर निरंतर मानवीय सहायता का आश्वासन दिया। भारत वर्षों से द्विपक्षीय और बहुपक्षीय रास्तों के माध्यम से सीरिया को मानवीय, तकनीकी और विकासात्मक सहायता प्रदान करता रहा है।
वहीं सीरियाई समकक्ष से मुलाकात के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया कि सीरिया के विदेश मंत्री डॉ. फैसल मेकदाद के साथ आज शाम द्विपक्षीय संबंधों और क्षेत्रीय स्थिति पर विस्तृत चर्चा हुई। उन्हें भारत की ओर से विशेष रूप से दवाओं और कृत्रिम अंगों के संबंध में निरंतर मानवीय सहायता का आश्वासन दिया।
विदेश मंत्रालय की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, समय-समय पर सीरिया को भोजन और दवाओं की खेपों की आपूर्ति की गई है साथ ही कोरोना महामारी के दौरान भी मदद जारी रखी। भारत ने सीरिया में एक बिजली संयंत्र और एक इस्पात संयंत्र के निर्माण के लिए उसे 280 मिलियन अमेरिकी डॉलर की लाइन ऑफ क्रेडिट की पेशकश की है। सीरिया में दिसंबर 2020 और हाल ही में अक्तूबर-नवंबर 2022 में दो कृत्रिम अंग फिटमेंट कैंप (जयपुर फुट) आयोजित किए गए हैं।
अक्तूबर 2021 में दमिश्क में एक नेक्स्ट-जेन सेंटर फॉर इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की स्थापना की गई थी। वर्तमान शैक्षणिक वर्ष में 200 छात्रवृत्ति सहित विभिन्न धाराओं में भारत में अध्ययन करने के लिए सीरियाई छात्रों को लगभग 1500 छात्रवृत्ति प्रदान की गई है। बता दें कि मेकदाद 17-21 नवंबर, 2022 तक भारत की आधिकारिक यात्रा पर हैं। विदेश मंत्री के रूप में यह उनकी पहली भारत यात्रा है।