वाराणसी, 21 अप्रैल 2025, सोमवार। वाराणसी, जो न केवल भारत की सांस्कृतिक राजधानी है बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र भी है, वहां कांग्रेस की वरिष्ठ नेता अलका लांबा ने भाजपा सरकार और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर जमकर निशाना साधा। एक प्रेस वार्ता में लांबा ने न सिर्फ भाजपा की नीतियों और कार्यशैली को कटघरे में खड़ा किया, बल्कि नेशनल हेराल्ड के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करते हुए सरकार को खुली चुनौती भी दी।
नेशनल हेराल्ड और RSS पर तीखा प्रहार
अलका लांबा ने नेशनल हेराल्ड को स्वतंत्रता संग्राम की धरोहर बताते हुए कहा कि जब यह अखबार अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा था, तब RSS उनकी मुखबिरी में व्यस्त था। उन्होंने बताया कि नेशनल हेराल्ड का उर्दू संस्करण ‘कौमी आवाज’ और हिंदी संस्करण ‘नवजीवन’ देश की आजादी की आवाज बने। लांबा ने भाजपा को चुनौती दी, “अगर हिम्मत है तो काशी से नेशनल हेराल्ड के खिलाफ कुछ साबित करके दिखाएं।” उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अब जजों को डराने-धमकाने का काम कर रही है, जिससे देश की न्यायिक व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।
“संविधान बचाओ, देश बचाओ” का आह्वान
लांबा ने भाजपा सरकार पर संवैधानिक संस्थाओं पर हमले का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि RSS की किताबें, जो कथित तौर पर नफरत फैलाती हैं, को सरकार विज्ञापन दे रही है। इसके साथ ही उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। लांबा के मुताबिक, ED ने 5,000 मामले दर्ज किए, लेकिन सजा सिर्फ 24 मामलों में हुई। उन्होंने दावा किया कि 99% मामले विपक्षी नेताओं के खिलाफ दर्ज किए जाते हैं, लेकिन साबित कुछ नहीं हो पाता। इस मुद्दे पर कांग्रेस सड़कों पर उतरेगी और “संविधान बचाओ, देश बचाओ” रैली के जरिए जन-आंदोलन को तेज करेगी।
राहुल गांधी पर हमले और “वाशिंग मशीन” का तंज
लांबा ने राहुल गांधी के साथ हुए व्यवहार को लेकर भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल की संसद सदस्यता रद्द करना, उनका बंगला और सुरक्षा छीनना भाजपा की बौखलाहट का सबूत है। हालांकि, कोर्ट ने राहुल को न्याय दिया। लांबा ने दावा किया कि राहुल गांधी ने भाजपा को बहुमत से रोका, जिससे सरकार डरी हुई है। उन्होंने चेतावनी दी कि कांग्रेस की सरकार बनने पर अगले 10 महीनों में “ये सब लोग जेल में होंगे।”
लांबा ने भाजपा की “वाशिंग मशीन” की तुलना से तंज कसा, जिसमें “जो भी जाता है, धुलकर मंत्री बन जाता है।” उन्होंने वोडाफोन जैसी निजी कंपनियों के 36,000 करोड़ रुपये के कर्ज माफी का मुद्दा भी उठाया, जिसे उन्होंने सरकार की पक्षपातपूर्ण नीति का उदाहरण बताया।
वाराणसी में अजय राय की बढ़त, पीएम पर निशाना
लांबा ने वाराणसी में कांग्रेस नेता अजय राय की बढ़ती लोकप्रियता का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अजय राय ने वोट प्रतिशत बढ़ाया है और अगला चुनाव भी वही लड़ेंगे। दूसरी ओर, उन्होंने दावा किया कि पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र में कमजोर पड़ रहे हैं और अगले चुनाव में यहां से लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पाएंगे। लांबा ने यूपी की जनता की तारीफ करते हुए कहा कि इस राज्य ने भाजपा के “रथ” को रोकने में अहम भूमिका निभाई है।
नेशनल हेराल्ड: देश की धरोहर
लांबा ने नेशनल हेराल्ड को देश की धरोहर बताते हुए कहा कि यह अखबार अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध में शामिल था। उन्होंने इसे बचाने की प्रतिबद्धता जताई और कहा कि कांग्रेस इस लड़ाई को हर हाल में जारी रखेगी।
एक नई शुरुआत का आह्वान
अलका लांबा का यह बयान न केवल वाराणसी बल्कि पूरे देश में कांग्रेस के लिए एक नई शुरुआत का संकेत है। उनके तीखे हमले और खुली चुनौती ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा इस हमले का जवाब कैसे देती है और वाराणसी की सियासत में यह बयान कितना असर डालता है।