नई दिल्ली, 5 मई 2025, सोमवार। भारतीय संगीत की दुनिया में अपनी मखमली आवाज से लाखों दिलों को जीतने वाले इंडियन आइडल 12 के विजेता पवनदीप राजन एक दुखद हादसे का शिकार हो गए हैं। उत्तराखंड के गौरव और संगीत के उभरते सितारे पवनदीप की कार रविवार देर रात उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में भीषण दुर्घटना का शिकार हो गई। यह हादसा नेशनल हाईवे-9 पर गजरौला थाना क्षेत्र के सीओ ऑफिस के सामने करीब ढाई बजे हुआ, जिसने उनके फैंस को गहरे सदमे में डाल दिया।
हादसे का भयावह मंजर
पवनदीप राजन अपनी एमजी हेक्टर कार से उत्तराखंड के चंपावत से दिल्ली की ओर जा रहे थे। उनके साथ उनके दोस्त अजय मेहरा और ड्राइवर राहुल सिंह बौहर भी थे। पुलिस के मुताबिक, देर रात करीब ढाई बजे ड्राइवर को नींद की झपकी आ गई, जिसके कारण तेज रफ्तार कार सड़क किनारे खड़े एक कैंटर से जा टकराई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इस हादसे में पवनदीप, अजय और राहुल तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए।

स्थानीय लोगों और राहगीरों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। गजरौला थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायलों को कार से बाहर निकाला और नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार के बाद पवनदीप की गंभीर हालत को देखते हुए उनके परिजनों ने उन्हें नोएडा के फोर्टिस हॉस्पिटल में शिफ्ट किया, जहां वह फिलहाल आईसीयू में भर्ती हैं।
पवनदीप की स्थिति और चोटें
अस्पताल सूत्रों के अनुसार, पवनदीप के बाएं पैर और दाहिने हाथ में गंभीर चोटें आई हैं। उनकी स्थिति स्थिर लेकिन नाजुक बनी हुई है। डॉक्टरों की टीम उनकी गहन निगरानी कर रही है। ड्राइवर राहुल सिंह की हालत भी गंभीर बताई जा रही है, जबकि अजय मेहरा को भी चोटें आई हैं। इस हादसे ने न केवल पवनदीप के परिवार, बल्कि उनके प्रशंसकों को भी गहरी चिंता में डाल दिया है।
उत्तराखंड का गौरव: पवनदीप राजन
पवनदीप राजन का नाम आज किसी परिचय का मोहताज नहीं है। 27 जुलाई 1996 को उत्तराखंड के चंपावत जिले में जन्मे पवनदीप एक संगीतमय परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता सुरेश राजन, मां सरोज राजन और बहन ज्योतिदीप राजन कुमाऊंनी लोक कला के क्षेत्र में जाने-माने नाम हैं। पवनदीप ने महज दो साल की उम्र में तबला बजाना शुरू कर दिया था और उन्हें सबसे कम उम्र के तबला वादक का खिताब भी मिला।

संगीत के प्रति उनका जुनून उन्हें 2015 में द वॉयस इंडिया के मंच तक ले गया, जहां उन्होंने खिताब जीतकर राष्ट्रीय पहचान हासिल की। लेकिन असली शोहरत उन्हें 2021 में इंडियन आइडल 12 की ट्रॉफी जीतने के बाद मिली। इस शो में उनकी रुहानी आवाज और बहुमुखी गायकी ने जजों और दर्शकों का दिल जीत लिया। ट्रॉफी के साथ-साथ उन्हें 25 लाख रुपये और एक कार भी पुरस्कार में मिली। उत्तराखंड सरकार ने उन्हें कला, संस्कृति और पर्यटन का ब्रांड एंबेसडर बनाकर सम्मानित किया।
फैंस का प्यार और दुआएं
हादसे की खबर फैलते ही सोशल मीडिया पर #PrayForPawandeep ट्रेंड करने लगा। फैंस और संगीत प्रेमी लगातार पवनदीप के जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। एक फैन ने लिखा, “पवनदीप की आवाज ने हमें हमेशा सुकून दिया, अब हमारी बारी है कि हम उनकी सलामती के लिए दुआ करें।” एक अन्य प्रशंसक ने कहा, “उत्तराखंड का गौरव, हमारा हीरो जल्द ठीक होगा, हमें यकीन है।”
हादसे की जांच
गजरौला थाने के प्रभारी अखिलेश प्रधान ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी गई है। सीओ श्वेताभ भास्कर ने कहा कि प्रारंभिक जांच में ड्राइवर की नींद की झपकी को हादसे का मुख्य कारण माना जा रहा है।