बीजापुर, 10 जनवरी 2025, शुक्रवार। 6 जनवरी, 2024 को दोपहर 2 बजे बीजापुर के कुटरू क्षेत्र के अंबेली गांव में माओवादियों ने सुरक्षाबल के जवानों पर आतंकी हमला किया। इस हमले में 8 जवान और एक वाहन चालक शहीद हो गए। यह हमला माओवादियों की 3 साल पुरानी साजिश का नतीजा था।
दरअसल, सुरक्षाबल के जवान दक्षिणी अबूझमाड़ के क्षेत्र में माओवादियों की उपस्थिति की सूचना मिलने के बाद अभियान के लिए निकले थे। इस अभियान में दंतेवाड़ा, कोंडागांव और नारायणपुर जिले से डीआरजी और एसटीएफ के 1200 से अधिक जवानों की 30 टीम अलग-अलग मार्गों से अबूझमाड़ में घुसी थी।
माओवादियों ने जिस सड़क पर हमला किया, उस पर 3 साल पहले 60 किलो विस्फोटक प्लांट किया गया था। इसका पूरा कंट्रोल माओवादियों के हाथ में था, इसलिए उन्हें यहां विस्फोट करने के लिए कोई बड़ी योजना बनानी नहीं पड़ी। माओवादियों ने डीआरजी जवानों को ही निशाना बनाने की कोशिश की, क्योंकि यही जवान माओवादियों की रणनीति को उजागर कर रहे थे।
इस हमले के पीछे माओवादियों की एक बड़ी साजिश थी, जिसमें उन्होंने स्थानीय ग्रामीणों को भी अपने कब्जे में रखा था। गांव के ग्रामीणों को माओवादियों ने बाहर नहीं जाने दिया था, जिसके चलते पुलिस को कोई खबर नहीं मिल पाई।