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Tuesday, May 21, 2024

झारखंड दिवस पर विशेष , देश की अर्थव्यवस्था में जान फूंकने वाला राज्य

15 नवंबर यानी आज झारखंड का स्थापना दिवस मनाया जा रहा है। पूर्वी भारत का यह राज्य बिहार के दक्षिणी हिस्से से निकल कर साल 2000 में आज ही के दिन भारत का 28वां राज्य बना। आज झारखंड 20 साल का हो गया। झारखंड यानी “वन की भूमि”, जो पश्चिम बंगाल, पश्चिम में उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़, उत्तर में बिहार और दक्षिण में ओडिशा के साथ अपनी सीमाओं को साझा करता है। वैसे 15 नवंबर को आदिवासी नेता बिरसा मुंडा की जयंती भी मनायी जाती है। बिरसा मुंडा को यहां भगवान बिरसा के नाम से भी जाना जाता है।

झारखंड के संक्षिप्त इतिहास, कृषि, अर्थव्यवस्था पर एक नजर

महत्वपूर्ण तथ्‍य

झारखंड का क्षेत्रफल 79,710 वर्ग किमी (30,778 वर्ग मील) है।

क्षेत्रफल के हिसाब से 15 वां सबसे बड़ा राज्य है, और जनसंख्या के हिसाब से यह 14 वां।

भाषा: हिंदी, संथाली, उर्दू, बंगाली और अंग्रेजी

राजधानी- रांची और उप राजधानी दुमका

प्रमुख उद्योग: खनन और खनिज उत्खनन, इंजीनियरिंग, लोहा और इस्पात, रसायन, हथकरघा, खाद्य और पेय, मोटर वाहन और सीमेंट

खनिज का भंडार है झारखंड

झारखंड दुनिया के सबसे अमीर खनिज क्षेत्रों में से एक है। झारखंड कोयला (भारत के भंडार का 27.3 प्रतिशत), लौह अयस्क (भारत के भंडार का 26 प्रतिशत), तांबा अयस्क (भारत के भंडार का 18.5 प्रतिशत), यूरेनियम, माइका, बॉक्साइट, ग्रेनाइट, चूना पत्थर चांदी, ग्रेफाइट, मैग्नेटाइट और डोलोमाइट जैसे खनिज संसाधनों से समृद्ध है। झारखंड कोकिंग कोल, यूरेनियम और पाइराइट का उत्पादन करने वाला भारत का एकमात्र राज्य है। कुल लौह अयस्क (हेमेटाइट) के 25.7 प्रतिशत भंडार के साथ, झारखंड राज्यों में दूसरे स्थान पर है।

देश के आर्थिक विकास में अहम योगदान

भारत में, झारखंड आर्थिक विकास के मामले में अग्रणी राज्यों में से एक है। भारत के खनिज और कोयला भंडार का क्रमशः 40 प्रतिशत और 29 प्रतिशत पाया जाता है। इसके बड़े खनिज भंडार के कारण, खनन और खनिज निष्कर्षण राज्य में प्रमुख उद्योग हैं। 2018-19 के दौरान खनिज उत्पादन (ईंधन खनिजों को छोड़कर) का मूल्य 2,510.99 करोड़ रुपये (356.22 मिलियन अमेरिकी डॉलर) रहा। जीएसडीपी 2015-16 और 2018-19 के बीच 7.41 प्रतिशत की वार्षिक वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) पर बढ़ी।

बिहार और झारखंड के लिए अप्रैल 2000 और मार्च 2020 के बीच कुल विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) 119 मिलियन अमेरिकी डॉलर था। राज्य से कुल निर्यात 2018-19 के दौरान 1,640.33 मिलियन अमेरिकी डॉलर रहा। 2019-20 (दिसंबर 2019 तक) के दौरान, राज्य से निर्यात 881.32 मिलियन अमेरिकी डॉलर रहा।

विशिष्ट स्थान पर होने से निवेश के लिए बड़ा आकर्षण

राज्य के उद्योगों को एक विशिष्ट स्थान पर होने का भरपूर लाभ मिलता है, क्योंकि यह पूर्वी भारत के विशाल बाजार के करीब है। यह कोलकाता, हल्दिया और पारादीप के बंदरगाहों के करीब है जो खनिजों के परिवहन में मदद करते हैं। चूंकि झारखंड में देश की खनिज संपदा का लगभग 40 प्रतिशत है, इसलिए इसके व्यापक खनिज संसाधन खनन, धातु और संबंधित क्षेत्रों को विशेष रूप से निवेश के लिए आकर्षक बनाते हैं।

हाल ही हुए परिवर्तन और विकास:

केंद्र में बीजेपी सरकार आने के बाद राज्य के आदिवासी समुदाय हो या विकास के लिये नई योजनाओं को से जोड़ेने पर विशेष तौर पर ध्यान दिया गया।

राज्य के बजट 2019-20 के तहत, सरकार ने दो नए छात्रवृत्ति कार्यक्रम मुख्यमंत्री मेधा चतुर्वेदी योजना (MMCY) और मुख्यमंत्री विद्यालक्ष्मी उच्च शिक्षा प्रोत्साहन (MVUSP) की शुरुआत की, जिसमें छात्र राज्य स्तर, जिला स्तर पर और प्रतिस्पर्धी स्तर पर ब्लॉक स्तर पर चुने जाएंगे। परीक्षा 12000 रुपये, 6000 रुपये और 300 रुपये की छात्रवृत्ति दी जाएगी।

फरवरी 2019 में, झारखंड में तीन मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन किया गया और रामगढ़ जिले में महिला इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए आधारशिला रखी गई।

दिसंबर 2019 तक, IEM की संख्या 25 दर्ज की गई और प्रस्तावित निवेश की राशि 1,159 करोड़ रुपये (165.83 मिलियन अमेरिकी डॉलर) थी।

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Anita Choudhary is a freelance journalist. Writing articles for many organizations both in Hindi and English on different political and social issues

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