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Sunday, May 19, 2024

कैट ने कहा -खराब रिकॉर्ड और भ्रष्ट अधिकारियों को समय से पहले सेवानिवृत्ति करना सरकार के फैसले पर मुहर लगा

नई दिल्ली, आइएएनएस। केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (कैट) ने खराब रिकॉर्ड और भ्रष्ट अधिकारियों को समय से पहले अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्ति करने के सरकार के फैसले को सही ठहराया है। कैट की प्रधान पीठ ने पूर्व आयकर आयुक्त प्रमोद कुमार बजाज की सरकार के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी।कैट ने सरकार के फैसले पर लगाई मुहर, पूर्व आयकर आयुक्त बजाज की याचिका खारिजसरकार ने सख्त फैसला लेते हुए पिछले साल आयकर विभाग के खराब रिकॉर्ड वाले अधिकारियों के लिए अनिवार्य सेवानिवृत्ति का फैसला किया था। कैट ने सरकार के इस फैसले पर मुहर लगा दिया था।

मौलिक नियम 56 (जे) के तहत अनिवार्य सेवानिवृत्त किए गए 85 अफसरों में बजाज भी शामिल थे। जस्टिस एल नरसिंह रेड्डी की अध्यक्षता वाली कैट की प्रधान पीठ ने बजाज की याचिका खारिज कर दी। पीठ में सदस्य (प्रशासन) अराधना जौहरी भी शामिल थीं।पीठ ने कहा- बजाज की याचिका में कोई योग्यता नहीं दिखीपीठ ने कहा, ‘हमें ओए (मूल आवेदन) में कोई योग्यता नहीं दिखती और उसी के मुताबिक इसे खारिज किया जाता है।’ पीठ ने सरकार की इस दलील से भी सहमति जताई कि मौलिक नियम 56 (जे) को लागू करते हुए पारित आदेश में हस्तक्षेप की ज्यादा गुंजाइश नहीं रह जाती है।बजाज के खिलाफ सख्त टिप्पणीपीठ ने याचिकाकर्ता (बजाज) के खिलाफ सख्त टिप्पणी की। पीठ ने कहा कि उनका रिकार्ड उनके बारे में सबकुछ बता रहा है। उन्हें नौकरी में रखना विभाग के हित में भी नहीं था, क्योंकि उनका निजी जीवन न सिर्फ बहुत विवादित था, बल्कि उससे विभाग की भी बदनामी हुई। यह सब याचिकाकर्ता ने ही अर्जित किया था और ऐसे में विभाग के सामने नियम 56 (जे) को लागू करने अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं था। इस नियम में वो शर्तें हैं, जिसके तहत किसी अधिकारी को समय से पहले सेवानिवृत्त किया जा सकता है।बजाज पर भ्रष्टाचार और एक से ज्यादा शादी करने का आरोपसरकार के फैसले को चुनौती देने वाले बजाज पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। यही नहीं उनके खिलाफ कई विवाह करने का भी आरोप है। कथित रूप से उन्होंने तीन-तीन शादियां की है। अपने से अलग रहने वाली पत्नी को उन्होंने दिल्ली के अशोक बिहार में एक फ्लैट खरीदकर दिया था और नियमों के मुताबिक विभाग को इसकी जानकारी भी नहीं दी थी। कथित रूप से बजाज ने रेनू नामक महिला से शादी की उसके बाद राखी नामक महिला से विवाह रचाया और अपनी पत्नी सपना को तलाक भी नहीं दिया, इस तरह उन्होंने द्विविवाह किया।

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Anita Choudhary is a freelance journalist. Writing articles for many organizations both in Hindi and English on different political and social issues

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