जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 के प्रावधानों की बहाली के लिए बनाए गए गुप्कार गठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं है। पीडीपी के संस्थापक सदस्य मुजफ्फर बेग ने डीडीसी चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर अपनी पार्टी से इस्तीफा दे दिया। बताया जा रहा है कि बेग उत्तरी कश्मीर में सीट बंटवारे को लेकर संतुष्ट नहीं थे। पीडीपी के सूत्रों ने बताया कि बेग ने पार्टी छोड़ने के बारे में पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती को जानकारी दी है।
आर्टिकल 370 के प्रावधानों को हटाए जाने के बाद कश्मीर के सभी प्रमुख नेताओं को हिरासत में ले लिया गया था। बीते दिनों महबूबा मुफ्ती और फारूक तथा उमर अब्दुल्ला को हिरासत से रिहा किया गया। इसके बाद ये नेता जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 की बहाली के लिए एकजुट होने लगे। उन्होंने गुप्कार गठबंधन का गठन किया है और आगामी डीडीसी चुनाव में हिस्सा लेने की योजना बना रहे हैं।
चुनाव में पार्टियों के सीट बंटवारे को लेकर तनातनी भी जारी है। बताया गया कि उत्तरी कश्मीर में सीट बंटवारे को लेकर पीडीपी नेता बेग अपनी पार्टी से नाराज हैं। उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए पार्टी से इस्तीफा भी दे दिया है। गौरतलब है कि साल 1998 से पीडीपी की स्थापना के समय से ही बेग पार्टी से जुड़े हैं। उन्होंने इस्तीफे की जानकारी महबूबा मुफ्ती को दे दी है। पीपुल्स एलांयस फॉर गुपकर डिक्लेरेशन (पीएजीडी) में नैशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस और सीपीएम शामिल है। इसके अलावा कांग्रेस का भी इन्हें समर्थन हासिल है।
मुज़्ज़फ्फर बेग का पीडीपी छोड़ना महबूबा के लिए बड़ा झटज हो सकता है । घाटी में मुज़्ज़फ्फर बेग की हर वर्ग के साथ अच्छी ताल मेल है । कश्मीर से धारा 370 हटाने को लेकर हालांकि मुज़्ज़फ्फर बेग ने अभी तक खुल कर कोई बयँ नही दिया है लेकिन उसी साल जनवरी में बेग को मोदी सरकार ने पदम बिभूषन अवार्ड से नवाजा था जिसके बाद बेग ने इसी साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस कद अवसर पर जम्मू स्थिफ पीडीपी के दफ्तर में तिरंगा फहराया था ।
जबकि पार्टी प्रेजिडेंट महबूबा मुफ़्ती धारा 370 को हस्ताय जाने को लेकर भारत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुई हैं ।