वाराणसी, 3 नवंबर 2024, रविवार: काशी में छठ पूजा की तैयारियों के मद्देनजर अपर नगर आयुक्त दुष्यंत कुमार मौर्या ने गंगा और वरुणा नदी के घाटों का निरीक्षण किया। उन्होंने गंगा के शिवाला, अस्सी, महानिर्वाणी, दशाश्वमेध आदि घाटों के निरीक्षण के दौरान सिल्ट हटवाने, स्ट्रीट लाइटों को दुरुस्त करने, सीवर ओवरफ्लो और यूरेनल की व्यवस्था मुकम्मल कराने की हिदायत दी।
मुख्य अभियंता मोइनुद्दीन को पूजा वाले घाटों पर जल्द से जल्द सिल्ट पूरी तरह से साफ करने की जिम्मेदारी दी गई है।
वाराणसी के गंगा घाट अपनी ढलान की तीव्रता के लिए भी जाने जाते हैं और यहाँ लगभग 84 घाट हैं जिनकी कुल लम्बाई लगभग 6.2 किलोमीटर है। दीपावली बीतने के साथ ही घाट किनारे वेदियों के बनने का सिलसिला भी शुरू हो गया है और भक्त गंगा घाट किनारे पहुंचकर अपनी जगह को व्यवस्थित करने में जुटे हैं। अधिकारियों ने निरीक्षण कर निर्देश दे दिया है और काम ने तेजी पकड़ी है।
वाराणसी के गंगा घाट भक्ति से ओतप्रोत हैं और यहाँ के प्रत्येक गंगा घाट की अपनी एक रोचक कथा है। इनके नामों से इनके संबंधों व कथाओं की झलक अवश्य प्राप्त होती है किन्तु वे सभी सतही स्तर के तथ्य हैं। वाराणसी में अनेक शासकों का साम्राज्य रहा है और यहाँ अनेक संतों एवं ऋषि-मुनियों ने भी तपस्या की है।