42.8 C
Delhi
Friday, May 17, 2024

32 साल से एम्स में नहीं बनी महिला निदेशक, होली के बाद फैसला

देश के सबसे बड़े अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में बीते 32 साल से कोई भी महिला निदेशक नहीं बनी है। इस बार नए निदेशक की दौड़ में कई चेहरे शामिल हैं, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं। एक चर्चा यह भी है कि इस बार एम्स की कमान महिला डॉक्टर को सौंपी जा सकती है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, होली के बाद एम्स के 16वें निदेशक का नाम सार्वजनिक हो सकता है। सोमवार को इसे लेकर बैठक प्रस्तावित है, जिसमें अंतिम नामों को लेकर निर्णय होगा। हालांकि, अंतिम फैसला मंत्री मंडल की समिति लेती है।

बागपत: दो ट्रकों से 70 लाख रुपये के बाल लूटे, मुजफ्फरनगर से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे चालक
उत्तर प्रदेश के बागपत में एक व्यापारी के दो ट्रकों 70 लाख की कीमत के महिलाओं के सिर के बाल लूटे जाने की वारदात सामने आई है।

एम्स को महिला निदेशक देकर सरकार एक बड़ा संदेश भी दे सकती है। 32 लोगों की सूची में महिला उम्मीदवार के तौर पर एम्स के न्यूरो विभागाध्यक्ष डॉ. एम पद्मा का नाम भी शामिल है। इनके अलावा एम्स से ही डॉ. राजेश मल्होत्रा, डॉ. शिव चौधरी, डॉ. एके बिसोई, डॉ. सुधीर गुप्ता, डॉ. निखिल टंडन के नाम पर भी चर्चा चल रही है।

एम्स के वर्तमान निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया का कार्यकाल 23 मार्च को पूरा हो रहा है। सरकार ने 25 नवंबर 2021 को निदेशक की नियुक्ति प्रक्रिया के लिए आवेदन मांगे थे। इसके तहत 32 डॉक्टरों ने आवेदन किया है, जिसमें एम्स के 14 डॉक्टर शामिल हैं।

केवल एक बार हुई नियुक्ति साल 1956 में फॉर्माकोलॉजी विभाग के प्रोफेसर बीबी दीक्षित नई दिल्ली एम्स के पहले निदेशक नियुक्त हुए थे। तब से अब तक 15 बार निदेशक पद पर नियुक्ति हो चुकी है। वर्ष 1956 से अब तक सिर्फ एक बार ही एम्स की निदेशक महिला रही हैं। साल 1984 से 1990 के बीच रेडियोलॉजी विभाग की डॉ. स्नेहा भार्गव निदेशक रहीं, जो भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव की माता हैं। डॉ. बलराम भार्गव का नाम भी नए निदेशक के तौर पर प्रमुखता से देखा जा रहा है।

ये रहे अब तक के निदेशक
प्रो. बीबी दीक्षित 1956-1964
प्रो. केएल विग 1964-1969
प्रो. वी रामलिंगास्वामी 1969-1979
प्रो. एलपी अग्रवाल 1979-1980
प्रो. एचडी टंडन 1980-1984
प्रो. स्नेहा भार्गव 1984-1990
प्रो. एसके कक्कड़ 1990-1995
प्रो. एलएम नाथ 1995-1996
प्रो. एलके भुटानी 1996-1996
प्रो. पीके दबे 1996-2003
प्रो. पी वेणुगोपाल 2003-2008
प्रो. टीडी डोगरा 2008-2009
प्रो. आरसी डेका 2009-2013
प्रो. एमसी मिश्रा 2013-2017
प्रो. रणदीप गुलेरिया 2017- वर्तमान

anita
anita
Anita Choudhary is a freelance journalist. Writing articles for many organizations both in Hindi and English on different political and social issues

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
3,912FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img

Latest Articles