फार्मा पार्क और उप्र. इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल रिसर्च एंड डेवलपमेंट की स्थापना होने से इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ने के साथ ही नई दवाओं की खोज भी हो सकेगी। इससे घरेलू दवा बाजार को बढ़ावा मिलेगा और प्रदेश में ही दवाएं तैयार हो सकेंगी। कई अन्य बदलाव भी स्वास्थ्य क्षेत्र में देखने को मिलेंगे।
दरअसल, राज्य सरकार फार्मा क्षेत्र को उभारने की कवायद में जुटी है। इसी रणनीति के तहत बजट में फार्मा पार्क की स्थापना एवं विकास के लिए 25 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इस पार्क के विकसित होने से दवाओं के परिवहन पर होने वाला खर्च भी बचेगा। फार्मा पार्क विकसित करने के लिए सरकार ने ललितपुर में करीब 2000 एकड़ जमीन चिह्नित की है। यहां इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर 1560 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।