इस्राइल पर सात अक्तूबर को हुए हमास के आतंकी हमले के बाद से युद्ध लगातार जारी है। दो महीने से अधिक समय से जारी हिंसक संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस्राइल पर आरोप लगाया है कि उसकी लंबी जांच की वजह से गाजा में घायल एक मरीज को समय पर इलाज नहीं मिल पाया, जिसके चलते उसकी मौत हो गई।
डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेडरोस अदनहोम गेब्रेयेसस ने इस्राइल पर स्वास्थ्यकर्मियों को हिरासत में लेकर और सहायता ट्रकों पर हमला करके गाजा में स्वास्थ्य और बचाव मिशन में समय लगाने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि इन सबके चलते गंभीर रूप से घायल एक मरीज मौत हो गई।
टेडरोस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, ‘हमें अल-अहली अस्पताल के गाजा में शनिवार को डब्ल्यूएचओ के मिशन के बारे में जानकारी मिली। लंबे समय तक जांच और स्वास्थ्य कर्मियों को हिरासत में रखा गया। इसे लेकर हम बहुत चितिंत हैं। ऐसी हरकतें मरीजों के जीवन को खतरे में डाल देती है।
उन्होंने आरोप लगाया कि अभियान को वादी गाजा चौकी पर दो बार रोका गया, जबकि उत्तरी गाजा के रास्ते में और वापसी के दौरान फलस्तीन रेड क्राइसेंट सोसाइटी के कुछ कर्मचारियों को भी हिरासत में लिया गया। उन्होंने कहा कि जैसे ही कर्मचारियों ने गाजा सिटी में प्रवेश किया तो चिकित्सा आपूर्ति ले जा रहा सहायता ट्रक और एक एंबुलेंस गोलियों की चपेट में आ गई।
बता दें, इस्राइल और हमास के बीच युद्ध लगातार जारी है। हर तरफ चीख-पुकार मची हुई है। सात अक्तूबर से लेकर अब तक छह हजार से अधिक लोगों की इस संघर्ष में मौत हो चुकी है। वहीं, हमास के बाद इस्राइली सेना भी कार्रवाई करते हुए बिना रुके हमले कर रही है। अभी तक गाजा पट्टी में 5000 और इस्राइल में 1400 लोगों की जान जा चुकी है।