नई दिल्ली, 4 मार्च 2025, मंगलवार। बसपा सुप्रीमो मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी से ही बाहर कर दिया है। उन्होंने उन्हें नेशनल कॉर्डिनेटर समेत सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया था और कहा था कि अब उनके जीते-जी कोई भी उत्तराधिकारी नहीं होगा। यही नहीं अब उन पर कड़ा ऐक्शन लेते हुए बसपा से निकाल दिया है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा- बीएसपी की आल-इण्डिया की बैठक में कल आकाश आनन्द को पार्टी हित से अधिक पार्टी से निष्कासित अपने ससुर अशोक सिद्धार्थ के प्रभाव में लगातार बने रहने के कारण नेशनल कोआर्डिनेटर सहित सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया था, जिसका उसे पश्चताप करके अपनी परिपक्वता दिखानी थी। लेकिन इसके विपरीत आकाश ने जो अपनी लम्बी-चौड़ी प्रतिक्रिया दी है वह उसके पछतावे व राजनीतिक मैच्युरिटी का नहीं बल्कि उसके ससुर के ही प्रभाव वाला ज्यादातर स्वार्थी, अहंकारी व गैर-मिशनरी है, जिससे बचने की सलाह मैं पार्टी के ऐसे सभी लोगों को देने के साथ दण्डित भी करती रही हूँ। अतः परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान मूवमेन्ट के हित में तथा मान्यवर कांशीराम की अनुशासन की परम्परा को निभाते हुए आकाश आनन्द को, उनके ससुर की तरह, पार्टी व मूवमेन्ट के हित, में पार्टी से निष्कासित किया जाता है।
दरसल, बसपा से सभी जिम्मेदारियों से मुक्त होने पर आकाश आनंद ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, मैं परमपूज्य आदरणीय बहन कु. मायावती का कैडर हूं, और उनके नेतृत्व में मैंने त्याग, निष्ठा और समर्पण के कभी ना भूलने वाले सबक सीखे हैं, ये सब मेरे लिए केवल एक विचार नहीं, बल्कि जीवन का उद्देश्य हैं। आदरणीय बहन जी का हर फैसला मेरे लिए पत्थर की लकीर के समान है, मैं उनके हर फैसले का सम्मान करता हूं उस फैसले के साथ खड़ा हूं। आदरणीय बहन कु. मायावती द्वारा मुझे पार्टी के सभी पदों से मुक्त करने का निर्णय मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से भावनात्मक है, लेकिन साथ ही अब एक बड़ी चुनौती भी है, परीक्षा कठिन है और लड़ाई लंबी है।
बता दें, मायावती को काफी वक्त से यह लगने लगा था कि आकाश आनंद जिन्हें उन्होंने अपनी पार्टी का उत्तराधिकारी घोषित किया है वह पूरी तरीके से अपने ससुर अशोक सिद्धार्थ के प्रभाव में हैं। राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर रहते हुए आकाश पर अशोक सिद्धार्थ का प्रभाव ज्यादा है और अशोक सिद्धार्थ मायावती के नाक के नीचे अपना एक समानांतर सिस्टम चला रहे हैं। दिल्ली में 17 फरवरी को जब बसपा के देशभर के कोऑर्डिनेटरों की बैठक हुई तभी मायावती ने उसे बैठक में यह बात बता दी थी कि आकाश आनंद नेशनल कोऑर्डिनेटर नहीं रहेंगे। इसके बाद 2 मार्च को लखनऊ में बुलाई अपनी बड़ी मीटिंग के बाद उन्होंने इसका ऐलान भी कर दिया। जिसमें दूसरी बार आकाश पार्टी के सभी पदों से मुक्त कर दिए गए।