सोमवार को नकली डीजल बनाए जाने की सूचना मिलने पर डीएसपी शमशेर सिंह के नेतृत्व में टीम ने कार्रवाई शुरू की। फैक्टरी पिछले 6 महीने से बंद पड़ी थी तथा मालिक ने उसे किराये पर दिया हुआ था। सोमवार रात को करीब 2 बजे तक कार्रवाई जारी रही। उसके बाद कागदाना चौकी इंचार्ज रमित के नेतृत्व में पुलिस टीम ने निगरानी रखनी शुरू की।
मंगलवार 10 बजे फूड एंड सप्लाई विभाग से एएफएसओ संदीप कुमार और नापतौल अधिकारी धर्मपाल के नेतृत्व में टीम ने फैक्टरी में 15 सैंपल लिए तथा इनकी रिपोर्ट कागदाना चौकी इंचार्ज रमित को सौंपी और सैंपल पानीपत रिफायनरी और मधुबन लैब में जांच के लिए भेज दिए। इसके साथ ही गुसाईंआना स्थित तीन पेट्रोल पंपों पर भी 12-12 सैंपल लिए गए।
टीम ने अलग-अलग जगह से भरे 15 सैंपल
नापतौल अधिकारी धर्मपाल ने बताया कि मौके से कुल 15 सैंपल लिए गए हैं। जिनमें 3 टैंकरों से, एक मशीन से और 5 ड्रमों से अलग-अलग सैंपल भरे गए हैं। उन्होंने बताया कि कागदाना पुलिस चौकी में रिपोर्ट कर दी गई है बाकी कार्रवाई रिपोर्ट आने पर की जाएगी।
सोमवार देर रात को मारा छापा
बता दें कि सोमवार रात को डीजीपी फ्लाइंग में डीएसपी शमशेर सिंह दहिया की अगुवाई में खाद्य आपूर्ति विभाग से निरीक्षक संजीव कुमार, राजबीर व अन्य अधिकारियों ने गुसाईंआना में राजस्थान के खचवाना व नेठराना की तरफ जाने वाली सड़क पर बंद पड़ी फैक्टरी में नकली तेल डीजल बनने की सूचना पर कार्रवाई शुरू की गई। बताया जाता है कि यह तेल आदमपुर से लाया जाता था और इस तेल को बायोडीजल का रूप देकर राजस्थान में सप्लाई किया जाता है। फैक्टरी के मालिक ने आदमपुर के विनोद गोयल को करीब 6 महीने पहले किराये पर दी थी।
राजस्थान में सस्ते दामों पर सप्लाई किया जाता था तेल, फैक्टरी को किया सील
फैक्टरी में बरामद हुआ तेल पैराफिन ऑयल, बेस आयल बताया जा रहा है। इसी तेल को बायोडीजल के रूप में बदल कर राजस्थान में व आसपास के गांवों में सस्ते दामों पर सप्लाई किया जाता है। फूड एंड सप्लाई अधिकारियों, नापतौल विभाग और नाथूसरी चोपटा थाना पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई कर फैक्टरी को सील कर दिया है।