13 जुलाई 2023 को पटना में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बिहार विधानसभा पैदल मार्च के दिन बिहार पुलिस (Bihar Police) ने अपनी ओर से कुछ किया ही नहीं। जो भी किया, सिर्फ बचाव के लिए किया। भले पूरे पटना में गांधी मैदान से विधानसभा तक पैदल मार्च का पोस्टर लगा था, लेकिन प्रशासन को इतनी ही जानकारी थी कि भाजपा वाले गांधी मैदान में जनसभा कर रहे हैं। भाजपा भले ही पुलिसिया दमन का आरोप लगाकर राजभवन मार्च कर आई और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस घटना की जांच के लिए विशेष टीम बना दी, लेकिन सरकार की रिपोर्ट कह रही है कि नियम तोड़कर सारा हंगामा भाजपा वालों ने किया।
भाजपा को जनसभा के अलावा कुछ अनुमति नहीं थी और वह तांडव करने ही सड़क पर उतरी थी। पुलिस सहती रही। पहले मिर्ची के झोंके सहे। फिर पथराव। फिर तोड़फोड़ देखती रही पुलिस। बचने के लिए भी वाटर कैनन चलाए। फिर आंसू गैस भी बचने के लिए और बल प्रयोग भी सिर्फ बचाव के लिए।
जिला प्रशासन की 14 जुलाई की रात जारी 13 जुलाई की लाइव रिपोर्ट…
आज दिनांक 13.07.2023 को सूचना प्राप्त हुई कि भारतीय जनता पार्टी करीब 7-8 हजार नेता एवं कार्यकर्ता हाथों में भारतीय जनता पार्टी का झंडा लिये हुए गांधी मैदान से विधानसभा की ओर समय करीब 12:35 बजे गांधी मैदान से निकले हैं। और, साथ में बैनर लाठीयुक्त भाजपा के झंडे, चार वाहन (ध्वनि विस्तारकयुक्त) एवं छोटी वाहन को लेकर भीड़ द्वारा सरकार विरोधी एवं अन्य उत्तेजित नारे लगाये जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि भाजपा नेताओं एवं कार्यकताओं को गांधी मैदान में जनसभा आयोजन करने की अनुमति दी गई थी। अनुमंडल पदाधिकारी, सदर, पटना कार्यालय ज्ञापांक 3060 / न्यायालय दिनांक 03.07.2023 के माध्यम से आज दिनांक 13.07.2023 को पुरे सदर क्षेत्र में द०प्र०सं० की धारा 144 लागू की गई थी। भाजपा नेताओं एवं कार्यकर्ताओं की भीड़ करीब समय 13:00 बजे एसपी वर्मा रोड़ होते हुए डॉकबंगला चौराहा की ओर आ रही थी, उसी क्रम में भीड़ का दुसरा भाग महाराणा प्रताप गोलम्बर से फ्रेजर रोड़ होते हुए डॉकबंगला की तरफ डंडा बैनर, लाठी लेकर हुडदंग करते हुए लगाये बैरिकेटिंग के तरफ दौडते हुए आए एवं नारा लगाते हुए वहां पर प्रतिनियुक्त पुलिसकर्मियों के चेहरे पर मिर्ची पाउडर छिड़क दिये, जिससे पुलिसकर्मी पीछे हटकर अपना आंख साफ करने लगे। इसी बीच अन्य कुछ कार्यकर्ता उग्र होते हुए लाठी डंड़ा से बैरिकेटिंग के उपर मारने लगे तथा बैरिकेटिंग के उपर चढ़कर पुलिस बल से उलझ गये। वहां उद्घोषणा की गई कि उनका यह जमाव विधि विरूद्ध है और पूर्व से ही पूरे इलाके में द०प्र०सं० की धारा 144 लागू है। इसके बावजूद भाजपा के कार्यकर्ताओं की भीड़ नही मानी एवं उग्र होकर वैरिकेटिंग तोड़कर एवं उपर से फॉदकर पुलिसकर्मियों को धक्का धुक्की करते हुए आगे बढ़ने का प्रयास करने लगे। तब दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी के द्वारा उक्त भीड़ को नाजायज मजमा घोषित कर दिया गया तथा उन्हें पीछे हटने का आदेश दिया गया। पर वह नहीं मानें तथा उनके द्वारा (विधि विरूद्ध जमाव) मैट्रो कार्यस्थल से पत्थर उठाकर दण्डाधिकारियों / पुलिसकर्मियों पर बौछार करने लगे। इससे भगदड़ की स्थिति बन गई तथा उनके द्वारा चलाये गये पत्थर एवं लाठी डंडा से जख्मी हॉलत में पाये गये पुलिसकर्मी ने अपना नाम पीटीसी 322 राणा विक्रमादित्य, पीटीसी 5232 शोभा कुमारी, पीटीसी 160 अरविंद कुमार, सिपाही 411 दिवाकर कुमार सिंह, महिला सिपाही 325 कोमल कुमारी, बताया। इन्हें तुरन्त इलाज के लिए कहा गया।अ न्य पुलिसकर्मियों को भी चोटें आईं। उनके द्वारा किये गये अंधाधुंध पथराव से आमजन एवं राहगीरों के जानमाल की हानि एवं विधि-व्यवस्था की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई तथा यातायात पूर्णतः अवरूद्ध हो गया। पुलिस से हाथापाई की गई एवं लाठीडंडे से भी हमला किया गया। तब वाटरकैनन से भीड़ पर पानी फेकने का आदेश दिया गया। इसके पश्चात वहां पर प्रतिनियुक्त दो वाटर कैनन के द्वारा उग्र भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वाटर कैनन का प्रयोग किया गया। भीड़ कुछ देर के लिए पीछे हटी परंतु फिर से जमा होकर बैरिकेडिंग के तरफ बढ़ गई। तथा वहां पर प्रतिनियुक्त पुलिसकर्मियों पर लाठी एवं पत्थर से हमला कर दिया। भीड़ के द्वारा भगदड़ की स्थिति बनाई गई तो स्थिति को नियंत्रित करने के लिए टीयर गैस छोड़ने का आदेश दिया गया। टीयर गैस के गोले छोड़ने पर भीड़ कुछ समय के लिए पीछे हटी परंतु पीछे जाकर फिर से जमा होकर आगे आई तथा पथराव करने लगी। उपद्रवियों के द्वारा किये जा रहे पत्थरबाजी से जुलुस में शामिल लोग एवं अगल बगल से जाने वाले आमजन भी जख्मी हुए। इस कारण अफरातफरी की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई। ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई की आमजनों के साथ साथ किसी की भी जानमाल को खतरा दिखने लगा तथा अफरातफरी मच जा रहे पत्थरबाजी से जुलुस में शामिल लोग एवं अगल बगल से जाने वाले आमजन भी जख्मी हुए। इस कारण अफरातफरी की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई। ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई की आमजनों के साथ साथ किसी की भी जानमाल को खतरा दिखने लगा तथा अफरातफरी मच गई। और भगदड़ का दायरा उक्त एकत्रित उपद्रवियों द्वारा बढ़ाया जाने लगा। नजायज मजमा बड़ी तेजी से बैरिकेडिंग के पास आया तथा बैरिकेडिंग को उनके द्वारा तोड़ दिया गया तथा करीब 50-60 व्यक्ति बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए इन्कम टैक्स गोलम्बर के तरफ जाने लगे। स्थिति को नियंत्रित करने हेतु बल प्रयोग करने का आदेश दिया गया, जिसके बाद पुलिस बल एवं पदाधिकारियों द्वारा भीड़ को तीतर बीतर करने हेतु लाठी चार्ज किया गया। पुलिस के द्वारा प्रदर्शन कर रहे नजायज मजमा को खदेड़ दिया गया तथा पुलिस के द्वारा खदेड़े जाने से भीड़ कुछ समय के लिए तितरबितर हो गई। तब इन परिस्थितियों में माननीय सांसदो, विधायकों, विधान पार्षदों एवं अन्य सहित कुल 62 को पुलिस अभिरक्षा में लिया गया, जिन्हें बंध पत्र भरवाने के बाद छोड़ दिया गया। उपद्रवियों के पास से जप्त मिर्ची के थैले को जब्त किया गया है। घटना की वीडियोग्राफी कराई गई है। इस घटना के संदर्भ में कोतवाली थाना कांड सं. 516 / 23, 62 नामजद एवं अन्य अज्ञात के विरूद्ध दर्ज की गई है। उसी क्रम में पत्रकारों द्वारा डॉकबंगला चौराहा पर ही यह सूचना दी गई कि जहानाबाद जिला के एक व्यक्ति विजय सिंह की पीएमसीएच में मृत्यु हो गई है। दण्डाधिकारी द्वारा किये गये मृत्यु समीक्षा प्रतिवेदन के अनुसार उनके शरीर पर कोई बाह्य जख्म नहीं पाया गया है। पीएमसीएच में मृतक के एक साथी भरत प्रसाद चंद्रवंशी द्वारा पुलिस को बयान दिया गया है कि वे जहानाबाद के निजामुद्वीपुर के रहने वाले हैं। तथा, वे और मृतक डॉकबंगला चौराहा पहुंचे भी नहीं थे कि पता चला कि वहां भगदड़ हो गई है और बहुत लोग उधर से वापस भाग रहे हैं। इसी बीच विजय सिंह बेहोश होकर गिर गए। हमलोग उन्हें तुरंत तारा हॉस्पिटल ले गए फिर वहां से एम्बुलेन्स द्वारा पीएमसीएच ले गए। यहां थोड़ी देर बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस संबंध में कुछ सीसीटीवी फुटेज प्राप्त हुए है। प्रथम वीडियो समय 13:22 बजे को छज्जूबाग स्थित टीएन बनर्जी पथ का है, जहां पर मृतक अपने दो साथियों के साथ स्वस्थ अवस्था में गांधी मैदान से छज्जूबाग की तरफ पैदल चलता हुआ नजर आ रहा है। साक्षियों द्वारा बताये गये घटनास्थल यहां से 50 मीटर की दूरी पर है। जहां पर मृतक को अचेता अवस्था में पाया गया। दूसरा वीडियो समय 13:27 बजे का है। जिस रिक्शे का प्रयोग मृतक एवं साथियों द्वारा किया गया है, खाली जाता हुआ नजर आ रहा है। तीसरा वीडियो तारा हॉस्पीटल का है, जहां पर मृतक 13:32-13:33 बजे के आस पास अन्दर आता है। इसके 07 मिनट बाद ही मृतक को एमबुलेन्स से पीएमसीएच ले जाया गया। चूंकि साक्षियों द्वारा बताये गये घटनास्थल व तारा हॉस्पीटल के बीच 5-6 मिनट की दूरी है। अतः प्रथम दृष्टया मृतक की मृत्यु 13:23 से 13:29 बजे के बीच हुई प्रतीत होती है। पूरे विड़ियो में मृतक को उनके मित्रों को आपस में चलता हुआ देखा गया है। कही भी कोई भगदड़ की स्थिति नजर नही आ रही है और न ही कही पुलिसकर्मी देखा जा रहा है। साथ ही पुरे विडियों में ट्राफिक सामान्य चलता दिख रहा है। ऐसे में प्रथम दृष्टया मृतक के डाकबंगला जाने व लौट के आने की संभावना कम प्रतीत होती है। जिलाधिकारी द्वारा गठित मेडिकल बोर्ड से प्राप्त पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मृत्यु के वास्तविक कारण की जानकारी मिल सकती है।