नई दिल्ली, 5 फरवरी 2025, बुधवार। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा है कि भारतीय ज्ञान परंपरा में वैदिक शिक्षा पद्धति का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने यह भी कहा कि लॉर्ड मैकाले द्वारा थोपी गई शिक्षा पद्धति से भारतीय परंपराओं और जीवन मूल्यों को नुकसान पहुंचा है, लेकिन भारतीय ज्ञान परंपरा और वैदिक शिक्षा पद्धति पर काम करने वाले योद्धाओं ने भारत की गौरवशाली शिक्षा व्यवस्था को पुनः स्थापित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
दत्तात्रेय होसबाले ने यह भी कहा कि राजीव मल्होत्रा और विजया विश्वनाथन द्वारा लिखित पुस्तक “हू रेजिंग योवर चिल्ड्रन” भारतीय शिक्षा व्यवस्था के लिए बहुत उपयोगी साबित होगी। उन्होंने यह भी कहा कि विगत 70 वर्षों से भारतीय शिक्षा व्यवस्था को हुए नुकसान की भरपाई नई शिक्षा नीति द्वारा की जाएगी।
वैदिक शिक्षा पद्धति के उद्देश्यों में ज्ञान का विकास, चरित्र निर्माण, व्यक्तित्व का विकास, नागरिक व सामाजिक कर्त्तव्यों का पालन, सामाजिक कुशलता की उन्नति, और पावन व पवित्र भावना का विकास शामिल हैं।